सरकार के साथ बातचीत विफल रहने के बाद देश के तमाम बैंक यूनियनों ने अपनी हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया है। देश के ज्यादातर बैंक 31 जनवरी औऱ 1 फरवरी को बंद रहेंगे। इसके बाद 2 फरवरी को भी रविवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे। इस बार का हड़ताल काफी अहम है, क्योंकि 31 जनवरी को आर्थिक सर्वे रिपोर्ट औऱ 1 फरवरी को बजट पेश किया जाना है।
बैंकों के हड़ताल से ठीक पहले मुख्य श्रम आयुक्त ने इंडियन बैंक्स असोसिएशन को बैंक यूनियंस के साथ वेतन समझौते के लिए मीटिंग बुलाने के लिए निर्देश दिए थे। उसी के तहत IBA ने बैंक यूनियंस के संगठन को मुंबई में बैठक के लिए बुलाया था।
बैंक के कर्मचारी नवंबर 2017 से सैलरी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। अभीतक 12.25 फीसदी वेतन बढ़ाने का ऑफर किया गया है जो यूनियंस की मंजूर नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि 10 लाख बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों को 31 जनवरी औऱ 1 फरवरी को 2 दिन की हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल के बाद एक बार फिर से कोशिश की जाएगी। अगर बातचीत नहीं बन पाती है तो मार्च में 11, 12, 13 को 3 दिन की हड़ताल की चेतावनी दी गई है। उसके बाद भी शर्त नहीं मानने पर 1 अप्रैल 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी गई है।