कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन को आज 17वां दिन है। किसान आंदोलन दिनों दिन तेज होता दिखाई दे रहा है। इसके साथ ही किसानों के समर्थन में अब राजनीतिक पार्टियों ने अपनी भागेदारी निभानी शुरू कर दी है।
किसान आंदोलन को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं। आए दिन दोनों तरफ से आरोपों और प्रत्यारोपों का सिलसिला चलता रहता है। इसी बीच कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने किसान आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री ने कहा था, “कुछ कहिए, कुछ सुनिए” लेकिन तबसे मोदी जी आपने सब कुछ कहा, पर कभी भी नहीं सुना।” उनके इस ट्वीट के बाद लोग जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
Agitating Farmers
Prime Minister says :
“ kuchh kahiye kuchh suniye “
Since 2014 Modi ji :
“ aap ne sab kuchh kaha
aur kabhi bhi na sunna “— Kapil Sibal (@KapilSibal) December 12, 2020
आप को बता दे कि इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को दावा किया कि देश के कृषक पंजाब के किसानों के बराबर आय चाहते हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी आय बिहार के किसानों के बराबर करना चाहती है।
राहुल ने विभिन्न प्रदेशों में प्रति किसान औसत आय से जुड़ा एक ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘किसान चाहता है कि उसकी आय पंजाब के किसान जितनी हो जाए। मोदी सरकार चाहती है कि देश के सब किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए।’’
आप को बताते चले कि दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा कि सिंघु, टिकरी और ढांसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है जबकि झटीकरा बॉर्डर केवल दो पहिया वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए खुला है।
हरियाणा जाने वाले झारौदा, दौराला, कापसहेड़ा, बडूसराय, रजोकरी, एनएच-आठ, बिजवासन-बजघेड़ा, पालम विहार, डुन्डाहेड़ा बॉर्डर की तरफ से जा सकते हैं। दिल्ली-आगरा हाईवे और बदरपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने अपनी तैयारियां कर ली है।
बैरिकेड कटीले तारों के साथ यहां पर लगाए गए हैं। दिल्ली पुलिस की फिलहाल तीन कंपनी फोर्स लगाई की गई है। किसान होडल की तरफ मौजूद हैं, जो दिल्ली से काफी दूर है।
अगर किसान दिल्ली की तरफ बढ़ते हैं और यहां पहुंचते हैं तो उनको अंदर घुसने से रोका जा सके, हाईवे को बंद करने से रोका जा कर जा सके, इसी को लेकर दिल्ली पुलिस ने अपनी तैयारियां कर ली है।
इस ही के साथ आप को बता दे कि दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन का आज 17वां दिन है। केंद्र सरकार से बातचीत ना बनने के बाद जहां एक तरफ किसानों ने दिल्ली जयपुर और दिल्ली आगरा हाईवे को 12 दिसंबर से बंद करने का ऐलान किया है तो वहीं दूसरी तरफ किसानों ने देशभर के सभी टोल नाकों को भी टोल फ्री करने का एलान किया है।