संबोधन के लिए 24 दिसंबर को 11 बजे जुड़िए- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे पश्चिम बंगाल स्थित विश्व-भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे।
इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले इस बारे में एक ट्वीट भी किया था।
Looking forward to addressing the centenary celebrations of the iconic #VisvaBharati University, Shantiniketan, among our premium centres of learning which is closely associated with Gurudev Tagore. Do tune in tomorrow, 24th December at 11 AM. pic.twitter.com/d4ZAcA9IUe
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2020
अपने ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा था कि विश्व भारती विश्वविद्यालय, शांति निकेतन के शताब्दी समारोह को संबोधित करने की प्रतीक्षा में हूं, जो कि भारत देश के अति महत्वपूर्ण संस्थानों और अमूल्य धरोहरों में से एक है। ये गुरुदेव टैगोर से भी जुड़ी है। संबोधन के लिए 24 दिसंबर को 11 बजे जुड़िए।
विश्वभारती विश्वविद्यालय की कुछ खास बातें
विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना 1921 में रवींद्रनाथ टैगोर ने पश्चिम बंगाल के शान्तिनिकेतन नगर में की।
यह भारत के प्रमुख केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है।
रवींद्रनाथ टैगोर के पिता महर्षि देवेन्द्रनाथ टैगोर ने 1863 ई में अपनी साधना हेतु कलकत्ते के निकट बोलपुर नामक ग्राम में एक आश्रम की स्थापना की जिसका नाम शांति-निकेतन’ रखा था।
इसी जगह पर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने बालकों की शिक्षा हेतु एक प्रयोगात्मक विद्यालय स्थापित किया था जो प्रारम्भ में ब्रह्म विद्यालय, बाद में शान्ति निकेतन’ के नाम से मशहूर हुआ।
आज शांति निकेतन का नाम विश्वभारती हैं, जहां लगभग 6000 छात्र पढ़ते हैं।
ये जगह कोलकाता से 180 किमी उत्तर की ओर पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित है।
मई 1951 में संसद के एक अधिनियम के विश्व-भारती को एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और ‘राष्ट्रीय महत्व का संस्थान’ घोषित किया गया था।
छात्रों को प्रकृति के सानिध्य में शिक्षा हासिल करनी चाहिए, अपने इसी सोच को ध्यान में रख कर रवींद्रनाथ टैगोर ने शांति निकेतन’ की स्थापना की थी।