जम्मू पुलिस ने घाटी में सक्रिय टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। जम्मू पुलिस ने इस मॉड्यूल में शामिल दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार कर उनके पास से हथियार और गोला बारूद बरामद किए हैं।
जम्मू के आईजीपी मुकेश सिंह की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मौके पर तैनात एसओजी टीम ने फौरन इस गाड़ी का पीछा किया और इस गाड़ी में सवार दो लोगों को धर दबोचा। इस ही के साथ आप को बता दे कि इससे पहले कल बारामुला में सुरक्षाबलों ने जैश के दो आतंकियों को मार गिराया था।
इस गाड़ी में सफर कर रहे दो लोगों की पहचान रईस अहमद डार पुत्र गुलाम हसन डार निवासी काजीगुंड और सुब्ज़ार अहमद शेख पुत्र गुलाम अहमद शेख निवासी कुलगाम के रूप में की गई है।
पुलिस ने जब तलाशी शुरू की तब रईस अहमद डार के पास से एक बैग मिला है जिससे सुरक्षा बलों को एक एके राइफल, एक पिस्टल, दो मैगजीन, एके के 60 राउंड और पिस्टल के 15 राउंड बरामद हुए।
जम्मू के आईजीपी मुकेश सिंह की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि एक पुष्ट जानकारी के आधार पर जम्मू पुलिस की एसओजी ने 25 दिसंबर को जम्मू के नरवाल इलाके में एक विशेष नाका लगाया।
आप को बता दे कि इस जानकारी में कहा गया था कि टीआरएफ के दो संदिग्ध आतंकवादी श्रीनगर की तरफ जा रहे हैं। बयान में कहा गया है कि शाम करीब साढे पांच बजे जब एसओजी की टीम उस इलाके में सभी वाहनों की जांच कर रही थी तभी एक सफेद रंग की अल्टो कार जिसका नंबर यह JK 18 A- 9967 था उसने इस नाके से भागने की कोशिश की।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां के कनिगाम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की एक गुप्त सूचना पर घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया।
उन्होंने कहा कि जब सुरक्षा बल के जवान तलाशी ले रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उन पर गोली चलायी। अधिकारी ने बताया कि इसके परिणामस्वरूप मुठभेड़ शुरू हो गई। आप को बता दे कि पुलिस ने इसमें मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
गौरतलब है कि रईस अहमद दार पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है और उसके खिलाफ 4 मामले दर्ज हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह अब टीआरएफ के लिए काम करता है जबकि उसके साथ इस गाड़ी में जा रहे दूसरे शख्स के रोल की जांच हो रही है।