रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के दूसरे लहर का कहर देश में लगातार जारी है, लोग लगातार ऑक्सीजन की कमीं से दम तोड़ रहे हैं। कोरोना के दूसरे लहर को मात देने के लिए भारतीय सेना मैदान में उतर गई है। CDS जनरल बिपिन रावत ने कहा कि अब कोरोना सेना के जवान कोरोना महामारी से लड़ाई लडेंगे। उन्होंने कहा, अब समय सशस्त्र बलों के लिए उठ खड़े होने का है। सेना समयबद्ध तरीके से कोवड महामारी के दौरान सिविल प्रशासन द्वारा बनाई जा रही व्यवस्थाओं की दिशा में मिलकर काम करेगी।
कोरोना महामारी को मात देने के लिए पीएम मोदी ने सोमवार को सशस्त्र बलों द्वारा की जा रही कोविड-19 तैयारियों और संचालन की समीक्षा की थी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने पीएम मोदी को जानकारी दी कि पिछले दो वर्षों में रिटायर या समय से पूर्व रिटायरमेंट लेने वाले सशस्त्र बलों के सभी चिकित्सा कर्मियों को कोविड सुविधाओं में उनके वर्तमान निवास स्थान के पास काम करने के लिए वापस बुलाया जा रहा है। इसके साथ ही अन्य चिकित्सा अधिकारी जो पहले रिटायर हुए थे, उनसे भी अनुरोध किया गया है कि वे अपनी सेवाएं मेडिकल इमरजेंसी हेल्प लाइन के माध्यम से दें।
This is the time for the Armed Forces to rise to the occasion and support the civil administration in creating COVID mitigation facilities in time-bound manner. Timely support at this juncture is important: Chief of Defence Staff General Bipin Rawat
(file pic) pic.twitter.com/b358kJiJhe— ANI (@ANI) April 27, 2021
पीएम मोदी को इस बादत से भी अवगत किया गया कि कमांड मुख्यालय, कॉर्प्स मुख्यालय, नौसेना और एयरफोर्स के समान मुख्यालय और संभागीय में तैनात स्टॉफ अप्वाइंटमेंट में सभी मेडिकल अधिकारियों को अस्पताल में तैनात किया जाएगा। सीडीएस ने पीएम को बताया कि कई प्रतिष्ठानों में मौजूद ऑक्सीजन सिलेंडरों को अस्पतालों को दिया जाएगा।
आपको बता दें कि CDS विपिन रावत ने यह भी कहा कि वे बड़ी संख्या में चिकित्सा सुविधाएं बना रहे हैं, और जहां संभव हो सके, सैन्य चिकित्सा बुनियादी ढांचा नागरिकों को उपलब्ध कराया जाएगा। मोदी ने भारत और विदेशों में ऑक्सीजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं के ट्रांसपोर्टेशन के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा किए जा रहे अभियानों की भी समीक्षा की।
देश में ऑक्सीजन की किल्लत से दिन पर दिन लोग बड़ी संख्या में दम तोड़ रहे हैं। कोरोना से संक्रमित लोगो की जिंदगी बचाने के लिए सेने भी मैदान में उतर गई है।