भारत ने आपने दुश्मन को हराने के लिए अपनी शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइल का किया सफल परीक्षण कर लिया है। यह परीक्षण रविवार को आंध्र प्रदेश के समुद्री तट से 3500 किलोमीटर की मारक क्षमता रखने वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का था। यह मिसाइल पनडुब्बी से दुश्मनों के ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम है।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा तैयार किया गया इस मिसाइल का परीक्षण दिन के समय समुद्र में पानी के भीतर बने प्लेटफॉर्म से किया गया है। इसे अरिहंत श्रेणी की परमाणु क्षमता से संपन्न पनडुब्बियों में तैनात किया जाएगा। परमाणु क्षमता से संपन्न पनडुब्बियों पर तैनाती करने से पहले भारत इस मिसाइल के अभी और परीक्षण करेगा। ओडिशा के तट पर चांदीपुर रेंज में इस मिसाइल का परीक्षण किया गया। यह मिसाइल जमीन से हवा में सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। इसमे QRSAM सिस्टम के तहत किसी सैन्य अभियान के तहत मिसाइल भी गतिशील रहती हैं और दुश्मन के विमान या ड्रोन पर निगरानी रखते हुए उसे तत्काल निशाना बनाती हैं।
आपको बता दे कि, हमारी भारतीय नौसेना के पास फिलहाल अरिहंत ही एक ऐसा परमाणु क्षमता रखने वाला पोत है, जो परिचालन में है। K-4 उन दो अंडरवाटर मिसाइलों में से एक है। जिन्हें भारत नौसेना के लिए तैयार किया गया है। दूसरी मिसाइल का नाम बीओ-5 है और उसकी रेंज 700 किलोमीटर है। यह मिसाइल परमाणु हमला करने में सक्षम हैं। इस मिसाइल की जद में पाकिस्तान, चीन एवं दक्षिण एशिया के कई देश आ जाते हैं।
इसी तरह पिनाका मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया जा चुका हैं। पिछले 20 दिसंबर को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पिनाका मिसाइल का फिर से ओडिशा तट से सफल परीक्षण किया था। पिनाका एमके-II रॉकेट को नेवीगेशन, कंट्रोल और गाइडेंस सिस्टम से जोड़कर मिसाइल के तौर पर विकसित किया गया है। अब मिसाइल की मारक क्षमता अब 90 किलोमीटर तक हो गई है। डीआरडीओ द्वारा विकसित पिनाका मिसाइल 90 किमी की सीमा तक दुश्मन के इलाके में हमला करने में सक्षम है।