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देश-दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, पढ़ें

हर गुजरता दिन इतिहास में कुछ घटनाओं को जोड़कर जाता है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 22 अप्रैल 1915 में जर्मन सेना ने पहली बार जहरीली गैस का इस्तेमाल किया था।

By RNI Hindi Desk 
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इतिहास  से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो ही नहीं सकता। इतिहास सिर्फ अपने में घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी आप बहुत कुछ सीख सकते हैं। हर गुजरता दिन इतिहास में कुछ घटनाओं को जोड़कर जाता है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 22 अप्रैल 1915 में जर्मन सेना ने पहली बार जहरीली गैस का इस्तेमाल किया था।

प्रथम विश्व युद्ध यूरोप में होने वाला यह एक वैश्विक युद्ध था, जो 28 जुलाई 1914 से 11 नवंबर 1918 तक चला था। इसे सभी युद्धों को समाप्त करने वाला युद्ध भी कहा जाता है। यह इतिहास में सबसे घातक संघर्षों में से एक था, जिसमें करोड़ों लोगों की मौत हुई।

जबकि युद्ध के बाद 1918 में फैला स्पैनिश फ्लू महामारी दुनिया भर में 1.7 से 10 करोड़ लोगों की मौत का कारण बना। इस युद्ध में करीब 10 लाख भारतीय सेना ने भी भाग लिया था। इनमें से 62,000 सैनिक मारे गए थे और अन्य 67,000 घायल हो गए थे। युद्ध के दौरान कुल मिलाकर 74,187 भारतीय सैनिकों की मौत हुई थी।

प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सेना ने जर्मन पूर्वी अफ्रीका और पश्चिमी मोर्चे पर जर्मन साम्राज्य के विरुद्ध युद्ध किया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 22 अप्रैल 2008 में लुडविग नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था । 22 अप्रैल को जन्मे व्यक्ति रूस के मार्क्सवादी विचारक व्लादिमीर लेनिन का 22 अप्रैल 1870 में जन्म हुआ था। वो स्कूल में पढ़ाई में अच्छे थे और आगे जाकर उन्होंने क़ानून की पढ़ाई का फ़ैसला किया. यूनिवर्सिटी में वो ‘क्रांतिकारी’ विचारधारा से प्रभावित हुए। बड़े भाई की हत्या का उनकी सोच पर काफ़ी असर पड़ा।

ये भाई रिवोल्यूशनरी ग्रुप के सदस्य थे–चरमपंथी नीतियों की वजह से उन्हें यूनिवर्सिटी से बाहर निकाल दिया गया लेकिन उन्होंने साल 1891 में बाहरी छात्र के रूप में लॉ डिग्री हासिल की।स इसके बाद वो सेंट पीटर्सबर्ग रवाना हो गए और वहां प्रोफ़ेशनल रिवॉल्यूशनरी बन गए।

अपने कई समकालीन लोगों की तरह उन्हें गिरफ़्तार कर निर्वासित जीवन बिताने के लिए साइबेरिया भेज दिया गया। 22 अप्रैल को हुए निधन  समाज सुधारक मंगूराम का 22 अप्रैल 1980 में निधन हुआ था। 22 अप्रैल के महत्वपूर्ण दिवस विश्‍व पृथ्‍वी दिवस पृथ्वी सभी जीवों के लिए जीवनदायिनी है। जीवन जीने के लिए जिन प्राकृतिक संसाधनों की जरूरत एक पेड़, एक जानवर या फिर एक इंसान को होती है, पृथ्वी वह सब हमें प्रदान करती है।

हालांकि वक्त के साथ सभी जरूरी प्राकृतिक संसाधनों का दोहन इस कदर हो रहा है कि समय से पहले की सभी संसाधन खत्म हो सकते हैं। ऐसे में मनुष्य के लिए पृथ्वी पर जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा। इसी मुश्किल को हल करने के लिए प्रकृति प्रदत्त चीजों का संरक्षण करने की आवश्यकता है।

22 अप्रैल को जन्मे व्यक्ति

1914 – बी. आर. चोपड़ा – हिन्दी फ़िल्म निर्माता-निर्देशक

1916 – कानन देवी – भारत की प्रसिद्ध अभिनेत्री, गायिका और फ़िल्म निर्माता।

1932 – स्वामी सच्चिदानंद – जानेमाने आध्यात्मिक संत, समाज सुधारक, दार्शनिक तथा लेखक हैं।

1936 – पी. चंद्रशेखर राव, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में समुद्र के क़ानून के न्यायाधीश हैं।

1952 – कमला प्रसाद बिसेसर – भारतीय मूल की कैरेबियन द्वीप त्रिनिनाद एवं टोबैगो की महिला प्रधानमंत्री।

1960 – मनोज मुकुंद नरवणे – भारतीय थल सेना के नव नियुक्त सेना प्रमुख हैं।

1962 – गुरुप्रसाद मोहापात्रा – भारतीय आईएएस अधिकारी थे।

1974 – चेतन भगत – मशहूर उपन्यास लेखक।

1894 – अम्मू स्वामीनाथन – भारतीय संविधान को बनाने में सहयोग देने वाली महिलाओं में से एक थीं।

1851 – सर गंगा राम – प्रसिद्ध इंजीनियर, समाजसेवी और भारत में हरित क्रांति के नायक थे।

1840 – जेम्स प्रिंसेप – ब्राह्मी लिपि भाषाविद् एवं अशोक के शिलालेख पढ़ने वाले प्रथम अंग्रेज़ व्यक्ति थे।

1760 – अकबर द्वितीय – मुग़ल वंश का 18वाँ बादशाह था।

22 अप्रैल को हुए निधन

2021 – श्रवण कुमार राठौर – हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार थे।

2013 – लालगुड़ी जयरमण – भारत के प्रसिद्ध वायलिन वादक।

2001 – महमूद अली ख़ाँ – भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञों में से एक तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल।

1996 – हितेश्वर साइकिया – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जो दो बार असम के मुख्यमंत्री रहे थे।

1980 – मंगूराम – समाज सुधारक थे।

1969 – जोगेशचंद्र चटर्जी – ‘काकोरी कांड’ के प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे।

22 अप्रैल के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

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