इतिहास से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो ही नहीं सकता। इतिहास सिर्फ अपने में घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी आप बहुत कुछ सीख सकते हैं।
इतिहास से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो ही नहीं सकता। इतिहास सिर्फ अपने में घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी आप बहुत कुछ सीख सकते हैं। हर गुजरता दिन इतिहास में कुछ घटनाओं को जोड़कर जाता है। दिल्ली में टेलीविजन पर पहली बार रंगीन प्रसारण की 24 अप्रैल 1982 में शुरुआत हुई थी — इसकी शुरुआत तब के मद्रास और आज के चेन्नई से हुई थी।
भारत में टेलीविजन की शुरुआज 15 सितंबर, 1959 में दिल्ली से हो चुकी थी, लेकिन रंगीन टीवी ने दूरदर्शन का क्रेज बढ़ा दिया था. समृद्ध लोगों के लिए कलर टीवी स्टेटस सिंबल बन गया था. भारत ने नवंबर, 1982 में एशियाई खेलों की मेजबानी की और सरकार ने खेलों का रंगीन प्रसारण किया. इसके बाद 1980 के दशक को दूरदर्शन का युग कहा जाता है।
इस दौरान हम लोग (1984), बुनियाद (1986-87), रामायण (1987-88) और महाभारत (1988-89) जैसे धारावाहिकों का प्रसारण किया गया. रामायण और महाभारत के प्रसारण के समय गांवों-कस्बों से लेकर शहरों तक में अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति हो जाती थी। बालीवुड के प्रसिद्ध कलाकार व निर्देशक आमिर खान को 24 अप्रैल 2008 को सिनेमा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान का विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया।
25 अप्रैल को जन्मे व्यक्ति भारत के प्रसिद्ध फ़ुटबॉल खिलाड़ी आई एम. विजयन का 25 अप्रैल 1969 में जन्म हुआ था। विजयन ने 2000 से 2004 तक भारतीय टीम की अगुआई की। उनकी साथी स्ट्राइकर बाईचुंग भूटिया के साथ जोड़ी बेहतरीन हुआ करती थी। क्लब स्तर पर वह मोहन बागान, केरल पुलिस और अब बंद कर दिए गए एफसी कोच्चि और जेसीटी मिल्स फगवाड़ा के लिए खेले थे, उन्हें 1999 के सैफ खेलों में भूटान के खिलाफ एक मैच में 12 सेकेंड में सबसे तेज अंतरराष्ट्रीय गोल करने का श्रेय दिया जाता है और वह 2003 में भारत में हुए एफ्रो एशियाई खेलों में चार गोल करके शीर्ष स्कोरर रहे थे। 25 अप्रैल को हुए निधन। 25 अप्रैल 2005 में भारतीय संत स्वामी रंगनाथनंदा का निधन था। 25 अप्रैल 2000 में भारतीय हिन्दी फ़िल्मों के सुप्रसिद्ध कथा, पटकथा और कहानी लेखक पण्डित मुखराम शर्मा का निधन हुआ था। उनकी लिखी कहानी आज का सवाल पर बनी मराठी फिल्म चल निकली।यह हिन्दी में औरत तेरी यही कहानी शीर्षक से बनी। इससे उनकी प्रतिभा की चर्चा मुम्बई तक पहुंची। मुंबई पहुंचकर उन्होंने औलाद, एक ही रास्ता, साधना, धूल का फूल, वचन, दुश्मन, अभिमान व संतान आदि हिट फिल्मों की कथा-पटकथा या संवाद लिखे। 1959 में आई धूल का फूल यश चोपड़ा की बतौर निर्देशक पहली फिल्म थी। इसकी कथा-पटकथा और संवाद पंडितजी ने लिखे। साठ के दशक में दक्षिण में बनी पारिवारिक हिन्दी फिल्मों को बहुत पसंद किया जाता था।
1809: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और पंजाब के सिख शासक रणजीत सिंह के बीच अमृतसर संधि पर हस्ताक्षर किए गए।
1867: जापान की राजधानी टोक्यो में विदेशी व्यापार की अनुमति दी गई।
1905: दक्षिण अफ्रीका में अश्वेतों को मताधिकार मिला।
1954: बेल लैब्स ने न्यूयार्क में पहली बार सोलर बैटरी बनाने की घोषणा की।
1953: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के दो वैज्ञानिकों जेम्स डी वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने डीएनए की संरचना की व्याख्या कर जीव विज्ञान की इस बुनियादी पहेली का जवाब खोज लिया कि जीव अपना वंश कैसे बढ़ाते हैं। इन दोनों वैज्ञानिकों को उनकी इस खोज के लिए 1962 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
1957: सोडियम परमाणु रिएक्टर पहली बार संचालित किया गया।
1975: सोवियत संघ ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।
1980: अमेरिकी सेना ने तेहरान स्थित अपने दूतावास से 53 बंधकों को छुड़ाने का गोपनीय अभियान चलाया, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पाई और आठ अमेरिकी सैनिक मारे गए। ये संकट 444 दिन तक चला और अंतत: जनवरी 1981 में इन बंधकों की रिहाई हो पाई।
1981: जापान के सुरूगा में एक परमाणु संयंत्र में मरम्मत कार्य के दौरान 100 से अधिक मजदूर परमाणु विकिरण का शिकार हुए।
1982: दिल्ली में टेलीविजन पर पहली बार रंगीन प्रसारण की शुरूआत हुई।
1983: जर्मनी की पत्रिका ‘स्टर्न’ ने हिटलर की उस विवादास्पद डायरी को छापना शुरू किया, जिसे उसने कथित रूप से दूसरे विश्वयुद्घ के दौरान कलमबद्ध किया था। डायरी की प्रामाणिकता पर कई सवाल उठाए गए।
1989: इथियोपिया में दिमागी बुखार से 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत। यह बीमारी सूडान तक फैली और वहां भी कम से कम 400 लोगों की मौत।
2010: भारतीय नौसेना ने पुराने हो चुके चेतक हेलीकाप्टरों की जगह लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर खरीदने की प्रक्रिया शुरू की।
2013: ब्रिटेन ने सोमालिया में अपना दूतावास 27 वर्ष के बाद दोबारा खोला।
2015: नेपाल में भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई। राजधानी काठमांडू के नजदीक आए इस भूकंप से जानमाल का बड़ा नुकसान हुआ।
2020: देश में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 779 पहुंची थी, संक्रमण के मामले बढ़ कर 24,942 हो गये थे।