महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच एकनाथ शिंदे गुट ने गुवाहाटी में बागी विधायकों की बैठक बुलाई है। खबरों की मानें तो इस बैठक में एकनाथ शिंदे गुट महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार बनाने पर मंथन कर सकता है।
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच एकनाथ शिंदे गुट ने गुवाहाटी में बागी विधायकों की बैठक बुलाई है। खबरों की मानें तो इस बैठक में एकनाथ शिंदे गुट महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार बनाने पर मंथन कर सकता है।
It’s an order for them to rest there (in Guwahati) till July 11. There is no work for them in Maharashtra: Shiv Sena MP Sanjay Raut on SC order of allowing Eknath Shinde & other rebel MLAs to file a reply to the disqualification notice issued to them by Dy Speaker by July 11 pic.twitter.com/GIKPVSuGIV
— ANI (@ANI) June 28, 2022
वही, एकनाथ शिंदे गुट के बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से मिले रक्षा कवच के बाद भाजपा सक्रिय हो गई है। भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के बीच तो अब सरकार के गठन को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
बता दें कि शिवसेना के बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई तक बड़ी राहत मिल गई है। कोर्ट ने शिंदे कैंप के विधायकों को डिप्टी स्पीकर की तरफ से भेजे गए अयोग्यता के नोटिस का जवाब देने के लिए 12 जुलाई तक का समय दिया है। जिसके बाद विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही पर फिलहाल रोक रहेगी। इस बीच भाजपा ने महाराष्ट्र के सियासी संकट को लेकर वेट एंड वाच की रणनीति अपनाने का फैसला किया है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायकों को जारी किए गए अयोग्यता नोटिस का जवाब दाखिल करने की अनुमति देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उनके लिए 11 जुलाई तक वहां (गुवाहाटी में) आराम करने का आदेश है। महाराष्ट्र में उनके लिए कोई काम नहीं है।
महाराष्ट्र में सियासी संकट का 8वां दिन महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच हर किसी के मन में एक ही सवाल है कि उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री की कुर्सी जाएगी, या बचेगी? इस पूरे संकट के बीच हलचल तेज है। बागी विधायकों को घेरने के लिए महाराष्ट्र में रणनीति बनाई जा रही है। वहीं गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में बागी विधायक उद्धव गुट को मात देने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। तीसरी ओर दिल्ली में महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है।
शिवसेना के बागी विधायकों के संबंध में सोमवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भाजपा के हौसले बुलंद कर दिए हैं। इस फैसले के बाद राज्यपाल की भूमिका बढ़ गई है। शिंदे गुट जल्दी ही राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र लिखकर आग्रह कर सकता है कि वे सरकार को विशेष अधिवेशन बुलाकर बहुमत सिद्ध करने का निर्देश दें। यदि ऐसा होता है तो सदन में भाजपा का पलड़ा भारी रहेगा।
उदय सामंत के एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो जाने पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने तीखी टिप्पणी की। आदित्य ठाकरे ने कहा, यह उनका फैसला है, लेकिन वह किसी दिन हमारे सामने जरूर आएंगे और उन्हें किसी न किसी दिन हमारे आंखों में आंखे डालकर उन्हें देखना होगा।
राज्यपाल ने मांगा सरकारी आदेशों का विवरण
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखा है। राज्यपाल ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर 22-24 जून तक राज्य सरकार द्वारा जारी सभी सरकारी प्रस्तावों और परिपत्रों की पूरी जानकारी प्रदान करने के लिए कहा है। प्रवीण दारेकर ने जल्दबाजी में निर्णय लेने और जीआर जारी किए जाने की शिकायत की थी।