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कोरोना महामारी के डेल्टा वेरिएंट ने बढ़ाई संकट, ब्रिटेन सहित कई देशों में फिर हुई सख्ती

By RNI Hindi Desk 
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रिपोर्ट: सत्यम दुबे

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के प्रकोप से दुनिया में त्राहि-त्राहि मची हुई है। भारत सहित कुछ देश लॉकडाउन खोलने की ओर बढ़ रहे हैं। इसी बीच कोरोना महामारी के नये डेल्टा वेरिएंट ने दुनिया के कई देशो को संकट में डाल दिया है। महामारी के इस खतरनाक वेरिएंट का म्यूटेशन भी हो चुका है। डेल्टा वेरिएंट अब ये डेल्टा प्लस या AY.1 में तब्दील हो गया है। वहीं वैज्ञानिकों की मानें तो डेल्टा वेरिएंट का संक्रमण काफी तेजी से फैलाने वाला बताया है।

महामारी के इस नए वेरिएंट से ब्रिटेन में लॉकडाउन हटाने का फैसला फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को लॉकडाउन संबंधी सभी पाबंदियों को चार सप्ताह बढ़ा कर 19 जुलाई तक कर दिया है। ब्रिटेन में लॉकडाउन की पाबंदियां 21 जून को खत्म होने वाली थी।

प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा कि कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के कारण संक्रमण के मामलों और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी से चिंता और बढ़ गई है। प्रधानमंत्री की इस घोषणा के साथ ही अब ‘फ्रीडम डे’ 19 जुलाई को मनाया जाएगा जो कि लॉकडाउन खत्म होने की खुशी में मनाया जाना है।

इसी तरह चीन के दक्षिणी प्रांत ग्वानझोउ में कोरोना के इस नए वेरिएंट के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लोगों को घरों में ही रखने के लिए कम से कम 60 ड्रोन तैनात किए गए हैं। चीन में संक्रमण के मामले मुख्य तौर पर कम हो गए हैं, लेकिन ग्वानझोउ में संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं। ग्वानझोउ में पिछले 24 घंटे में छह नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 100 के पार चली गई है। ये सभी मामले 21 मई के बाद से सामने आए हैं।

आपको बता दें कि ग्वानझोउ संक्रमण का मामला सामने आया है, इस संक्रमण को डेल्टा वेरिएंट है। जो सबसे पहले भारत में सामने आया था, और बेहद संक्रामक है। संक्रमण का ऑकड़ा तेजी से बढ़ने के कारण ग्वांगझोउ की सीमाएं भी अब बंद कर दी गई हैं।

संक्रमण के डेल्टा वेरिएंट का मामला जिम्बाब्वे में भी 12 जून को सामने आया। मामला सामने आने के बाद कुछ इलाकों में लॉकडाउन दो हफ्ते के लिए बढ़ाने का ऐलान कर दिया गया है। वहीं श्रीलंका जैसे छोटे देश पर भी इसका असर पड़ा है और यहां 8 मई को डेल्टा का पहला केस सामने आया था, जिसके बाद लगातार कोरोना के मामले में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप निदेशक ने भी लॉकडाउन खोलने जा रहे देशों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इन हालात में वेरिएंट का खतरा बढ़ सकता है।  

डेल्टा वेरिएंट की बात करें तो, यह उन लोगों को संक्रमित कर सकता है जिन्हें कोरोना वैक्सीन की आधी खुराक मिली है और यही वजह है कि यह हावी हो रहा है। पब्लिक हैल्थ इंग्लैंड के मुताबिक जिन लोगों को फाइजर के टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं उनका इससे बचाव 88 फीसदी तक हो सकता है लेकिन जिन्हें फाइजर या एस्ट्राजेनेका टीके की एक ही खुराक मिली है उनका केवल 33.5 तक ही बचाव हो सकेगा।

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