दिल्ली सरकार साल 2021-22 के लिए नर्सरी कक्षा में एडमिशन न करने पर विचार कर रही है। खबरों के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारियों ने इन विकल्पों पर बात की है जिसका प्रस्ताव जल्द ही प्राइवेट स्कूलों को दिया जाएगा।
प्रस्ताव के मुताबिक स्कूल साल 2022-23 में एक के बजाय दो बैच में एडमिशन दिया जाएगा। एक नर्सरी में जबकि दूसरा किंडरगार्टेन में। इस बीच दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि बहुत कम संभावना है कि अगले साल 2021 में जुलाई से पहले स्कूलों को खोला जाये।
उन्होंने कहा अगर शुरुआत होती भी है तो इस बात पर ज्यादा ध्यान देना होगा कि कैसे बच्चों और अध्यापकों को सुरक्षित रख काम किया जााये। दरअसल, कोरोना के चलते हालात अस्थिर बने हुए है।
शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा स्कूल खोले जाने से बच्चों पर कोरोना का खतरा मंडराता रहेगा। जिसके चलते साल 2021 के एडमिशन प्रक्रिया को रद्द करने का फैसला लिया जा सकता है. वहीं साल 2022-23 अकेडमिक वर्ष में स्कूल नर्सरी, और किंडरगार्डन को एडमिशन देंगे।
आपको बता दें, साल 2020 में अप्रेल महीने में नर्सरी में एडमिशन लेने वाले छात्रों ने ऑनलाइन माध्यम से अपनी क्लासेस ली है साथ ही परीक्षाएं दी हैं। बच्चों को एक दूसरे से मिलने का मौका नहीं मिला, ना ही वो अपने अध्यापकों से मिल सके। साथ ही खेलकूद में भी भाग लेने का उन्हें मौका नहीं मिला।
उन्होंने कहा “भले ही हम फरवरी तक लोगों का टीकाकरण शुरू कर दें, हम जुलाई तक केवल एक बड़े हिस्से में ही टीकाकरण कर पाएंगे। इससे पहले स्कूलों को फिर से खोलने की कोई संभावना नहीं है। हमें यह भी देखना होगा कि शिक्षकों और छात्रों को जोखिम में डाले बिना परीक्षाएं कैसे आयोजित की जाएंगी।”
ये फैसला कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए लिया जा सकता है क्योंकि छोटे बच्चों को किसी भी तरह से सबसे बाद में स्कूलों में बुलाया जाएगा। ऐसे में अगर इस साल नर्सरी में बच्चों का एडमिशन लिया जाता है तो बच्चों को पूरा शैक्षणिक वर्ष ऑनलाइन ही होगा जो कि ठीक नहीं है।