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Coronavirus Vaccination: FDA ने कोरोना वैक्सीन के मिक्स एंड मैच टीकाकरण को दी मंजूरी, एक अन्य वैक्सीन का होगा विकल्प

Coronavirus Vaccination: FDA approves mix and match vaccination of corona vaccine; देश में तकरीबन 100 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन दी गई। वहीं US FDA ने कोरोना वैक्सीन के मिक्स एंड मैच टीकाकरण दी मंजूरी। जिससे डॉक्टरों के सामने एक और अन्य वैक्सीन का विकल्प होगा।

By Amit ranjan 
Updated Date

नई दिल्ली : कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खुशखूबरी सामने आई है। दरअसल अमेरिका में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (US FDA) ने लोगों को बूस्‍टर डोज (Booster Dose) के लिए मॉडर्ना (Moderna) और जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) की वैक्सीन (Vaccine) के साथ ही अब तीनों कोरोना वैक्‍सीन के मिक्स-एंड-मैच टीकाकरण को मंजूरी दे दी है। जिससे डॉक्टरों के सामने एक और अन्य वैक्सीन का विकल्प होगा।

बता दें कि सरकार ने विशेषज्ञों की समिति से वैक्‍सीन की ‘मिक्स एंड मैच’ पर एक अध्ययन को मंजूरी दी थी.।इस अध्‍ययन के बाद जो परिणाम सामने आए हैं, वह काफी चौंकाने वाले हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि मिक्‍स एंड मैच के अध्‍ययन के दौरान जिन लोगों ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वाली वैक्‍सीन ली थी और उन्‍हें बूस्‍टर डोज के रूप में मॉडर्ना की वैक्‍सीन लगाई गई थी। ऐसे लोगों के शरीर में 15 दिन के अंदर एंटीबॉडी का स्‍तर 76 गुना बढ़ गया, जबकि जॉनसन एंड जॉनसन की बूस्‍टर डोज लेने वालों में एंडीबॉडी मात्र चार गुना ही बढ़ी है।

खबरों की मानें तो, विशेषज्ञों की समिति के अध्‍ययन में जिस तरह के परिणाम सामने आए थे, उसे देखने के बाद पहले ही इस बात पर चर्चा हो रही थी कि एफडीए बुधवार तक बूस्टर डोज के रूप में माडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन लगाने की अनुमति दे सकता है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि भले ही मिक्स-एंड-मैच वैक्‍सीनेशन के परिणाम आशाजनक दिखाई दे रहे हों, लेकिन व्यापक स्तर पर इसे लागू करने के लिए इसकी प्रभावशीलता की व्यापक स्तर पर अध्ययन करने की जरुरत है।

भारत में अभी क्‍या है स्थिति

आपको बता दें कि दवा नियामक डीजीसीआई ने वेल्लोर मेडिकल कॉलेज को मिक्स-एंड-मैच के ट्रायल की अनुमति प्रदान की है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन पर ट्रायल चल रहा। वैसे देश में कई जगहों पर गलती से दो अलग-अलग वैक्‍सीन देने के मामले सामने आए हैं, लेकिन इस तरह के डोज से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

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