देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बार संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाया गया है। सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोरोना के कारण इस बार संसद के शीतकालीन सत्र का आयोजन नहीं किया जाएगा।
केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी को लिखे पत्र के अनुसार, सरकार जनवरी से बजट सत्र को शुरू कर सकती है। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को पत्र लिखकर बताया कि सभी दलों के नेताओं से चर्चा के बाद आम राय बनी कि कोरोना महामारी के चलते सत्र नहीं बुलाया जाना चाहिए।
खत में लिखा गया कि संसद का बजट सत्र जनवरी 2021 में बुलाया जाएगा। कांग्रेस ने किसानों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सत्र बुलाने की मांग की थी जिसके जवाब में सरकार ने कहा कि पिछले काफी समय से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं ऐसे में शीतकालीन सत्र नहीं होगा।
संसदीय मंत्री जोशी ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना संकट के कारण इस बार सितंबर में मानसून सत्र आयोजित नहीं किया गया था। इसमें काफी सावधानी बरती गई थी। मानसून सत्र में कुल 27 विधेयकों को पास किया गया था। बता दें कि बजट सत्र अक्सर जनवरी के आखिर में शुरू होता है।
जोशी ने लिखा है कि सर्दी का मौसम कोरोना संकट के कारण काफी अहम है और दिल्ली में लगातार मामले बढ़े हैं। फिलहाल दिसंबर आधा बीत चुका है और जल्द ही कोरोना वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। ऐसे में मैंने कई फ्लोर लीडर्स से संपर्क किया है और उनसे शीतकालीन सत्र पर बात की है।
संसद का शीतकालीन सत्र न बुलाने के अपने पत्र पर केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री ने कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा, ‘विभिन्न राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने महामारी के साथ-साथ शीतकालीन सत्र आयोजित करने को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी। जनवरी बजट सत्र 2021 के लिए उपयुक्त है।’