रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: कोरोना महामारी दूसरे लहर के साथ दिन पर दिन देश के कई राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। कोरोना सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में अपनी जड़े फैला रहा है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में 40,953 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 23,625 लोग महामारी को मात देकर घर वापस जा चुके हैं, जबकि 188 लोंगो ने अपनी जान गंवाई है। बात करें टोटल कोरोना केसेज की तो अब तक 1,15,55,284 मामले सामने आये हैं। संक्रमण का रिकवरी रेट 1,11,07,332 रहा है। मौजूदा वक्त में एक्टिव केसों की बात करें तो 2,88,394 हैं। महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो अभी तक 1,59,558 लोंगों ने अपनी जान गंवाई है।
India reports 40,953 new #COVID19 cases, 23,653 recoveries and 188 deaths in the last 24 hours, as per the Union Health Ministry
Total cases: 1,15,55,284
Total recoveries: 1,11,07,332
Active cases: 2,88,394
Death toll: 1,59,558Total vaccination: 4,20,63,392 pic.twitter.com/QZPBjwC6TE
— ANI (@ANI) March 20, 2021
इस वक्त सबसे ज्यादा स्थिति महाराष्ट्र की खराब है। महाराष्ट्र में हर दिन सबसे ज्यादा कोरोना मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को मुंबई में कोविड-19 संक्रमण के 3,062 नए मामले सामने आए जिससे मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3,55,897 पर पहुंच गई।
मुंबई: कोरोना मामलों में बढ़ोतरी होने के बावजूद मुंबई के शिवाजी पार्क और दादर के सब्जी मंडी में लोग बिना मास्क पहने और सामाजिक दूरी का उल्लंघन करते हुए दिखे। #COVID19 pic.twitter.com/p6JnRDJ78w
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 20, 2021
आपको बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र में जो संक्रमण के ऑकड़े सामने आये हैं, वह पिछले साल 11 सितंबर को दर्ज किये गये थे। 11 सितंबर को 24886 नए मामले सामने आए थे। वहां 7 अक्टूबर 2020 को 2848 मामले सामने आये थे। इसमें सबसे भयावह यह है कि महाराष्ट्र में 53 हजार से ज्यादा लोगों ने कोरोना संक्रमण से अपनी जान गंवाई थी। स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन एक विकल्प है लेकिन उन्हें विश्वास है कि लोग खुद से नियमों का पालन करेंगे।
बढ़ते महामारी को बीच कोरोना की वैक्सीन भी तेजी के साथ लगाई जा रही है। देश में अब तक 4,20,63,392 लोंगो को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है। हाल ही में पीएम मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ महामारी की स्थिति को देखते हुए समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान उन्होने सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया था कि किसी भी हालत नें महामारी को कंट्रोल करें।