महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो लोग अन्नदाता को ‘आतंकी’ कह रहे हैं वे इंसान कहलाने के लायक नहीं हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ”देवेंद्र फडणवीस कहते हैं कि महाराष्ट्र में अघोषित आपातकाल है।
सीएम उद्धव ठाकरे ने पूछा कि तो दिल्ली में क्या हो रहा है? आप अन्नदाता को ‘आतंकवादी’ कह रहे हैं। जो लोग किसानों को आतंकवादी कह रहे हैं, वे इंसान कहने लायक नहीं हैं।”
इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे नीत महाविकास आघाड़ी सरकार पर सभी मोर्चों पर विफल रहने और इस विषय पर बहस से बचने का आरोप लगाया।
आप को बता दे कि राज्य विधानसभा का दो दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए फडणवीस ने दावा किया कि यह दरअसल एक दिवसीय सत्र ही है जिसमें अनुपूरक मांगों को पारित करने के लिए केवल छह घंटे का वक्त मिलेगा।
फडणवीस ने आरोप कई आरोप लगाया है उन्होंने अपने आरोप में कहा है कि, ‘‘सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है, चाहे वह कोरोना महामारी से निपटना हो या फिर चक्रवात, भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों की मदद करना हो।’’ उन्होंने अपने आरोप में दावा किया कि महाराष्ट्र को छोड़कर पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण में कमी आ रही है।
फडणवीस ने कहा कि बीजेपी ने सत्तारूढ़ दल की नाकामी के विरोध में सत्र से एक दिन पहले होने वाली रस्मी चाय पार्टी का बहिष्कार किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने शीतकालीन सत्र दो हफ्ते का आयोजित करने की विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया और इस बात से भी इनकार कर दिया कि अगले वर्ष बजट सत्र नागपुर में होगा।