कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सरकार के अर्थिक पैकेज पर सवाल उठाए है। चिदंबरम ने कहा कि यह पैकेज निराश करने वाला है और इस पैकेज से समाज के कई वर्गो की आकांक्षाओं को पूरा नहीं किया जा सकता है।
चिदंबरम ने सरकार की ओर से जारी किए गए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में किसानों, गरीबों और प्रवासी मजदूरों को नजरअंदाज किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए और 10 लाख करोड़ रूपये के व्यापक वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
चिदंबरम ने कहा कि हम इस पैकेज को लेकर निराशा व्यक्त करते हैं और सरकार से आग्रह करते है कि वह इस प्रोत्साहन पैकेज पर पुनर्विचार करें।
पूर्व वित्त मंत्री ने बताया, हमने नोट किया किया कि राजकोषीय पैकेज ने कई वर्गों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं किया है, जिसमें आबादी का निचला हिस्सा (13 करोड़ परिवार) प्रवासी मजदूर, किसान, दैनिक मजदूरी करने वाले गैर-कृषि मजदूर और सामान्य मजदूर शामिल है।