छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार 7 नवंबर को होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। चुनाव के लिए नक्सली क्षेत्र बस्तर के संवेदनशील इलाकों में आने वाले मतदान केंद्रों को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार 7 नवंबर को होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। चुनाव के लिए नक्सली क्षेत्र बस्तर के संवेदनशील इलाकों में आने वाले मतदान केंद्रों को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा। जानकारी के मुताबिक, 600 से ज्यादा मतदान केंद्रों को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा। पहले चरण के मतदान के लिए 20 विधानसभा सीटों पर 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
बस्तर संभाग में 60 हजार जवानों को तैनात किया गया
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 12 विधानसभा क्षेत्रों वाले बस्तर संभाग में शांतिपूर्ण मतदान के लिए करीब 60 हजार जवानों को तैनात किया गया है। जिसमें 40 हजार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और 20 हजार छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए भी नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। पुलिस ने कहा कि विशिष्ट नक्सल विरोधी इकाई कोबरा के सदस्य और महिला कमांडो भी सुरक्षा तंत्र का हिस्सा होंगे।
सुरक्षा की दृष्टि से बस्तर संभाग के पांच विधानसभा क्षेत्रों के कुल 149 मतदान केंद्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशनों और सुरक्षा शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड भी शामिल होगा।
90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में जिन 20 सीटों पर मतदान होगा, उनमें बस्तर संभाग की 12 विधानसभा सीटें शामिल हैं। इन 12 सीटों में से अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा सीटों पर सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग होगी। बाकी तीन सीटों बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट पर मतदान का समय सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक है।
चुनाव के लिए बस्तर फाइटर्स और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन को तैनात किया
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने कहा, “बस्तर संभाग में विधानसभा चुनाव के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। केंद्रीय अर्धसैनिक बल और विशेष बल जैसे जिला रिजर्व गार्ड, विशेष कार्य बल, बस्तर फाइटर्स और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन को तैनात किया गया है।” मतदान केंद्रों और सड़कों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा के विशेष बल अंतरराज्यीय सीमा पर भी मोर्चा संभालेंगे।
600 से ज्यादा मतदान केंद्र त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे
उन्होंने आगे कहा कि नक्सल प्रभावित अंदरूनी इलाकों में 600 से ज्यादा मतदान केंद्र त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे। चुनाव आयोग के नियमानुसार अन्य मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अंदरूनी इलाकों के 156 से अधिक मतदान केंद्रों के मतदान कर्मियों और ईवीएम को हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचाया जा रहा है।
पहले चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 उम्मीदवार हैं, जिनमें 198 पुरुष और 25 महिलाएं हैं। पहले चरण में 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष मतदाता, 20 लाख 84 हजार 675 महिला मतदाता और 69 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।