नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल विधानसबा चुनाव में अपनी कुर्सी जाते देख ममता सरकार काफी विचलित हो गई थी। जिसे लेकर वो कई बार चुनावी मंचों से खेल खेलने की भी बात कह चुकी है। हालांकि वह खेल कौन सा खेल है, ये अभी तक किसी को जानकारी नहीं मिल सकी है। लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि ममता दीदी का मंदिर मे माथे टेंकना, चोटिल होना ये सब उनके चुनावी दांव है, जिसके जरिये वे लोगों को भ्रमित कर सकें।
वहीं इसे लेकर कई बार बीजेपी सरकार भी ममता सरकार पर पलटवार कर चुकी है। लेकिन इन्हीं सब वार-प्रतिवार के बीच शनिवार सुबह एक ऐसी खबर सामने आई, जिसने लोगों के होश उड़ा दिये। और यहां तक कहने को बेबस कर दिया की दीदी अभी पूर्व टीएमसी नेता और वर्तमान बीजेपी नेता शुभेन्दु अधिकारी को पूरी तरह से नहीं भूला सकी है। जिसे लेकर उन्होंने बदला की राजनीति करते हुए बीजेपी के दिग्गज नेता यशवंत सिन्हा को अपने खेमे में शामिल किया है, जो लंबे समयों से मोदी सरकार से नाराज चल रहे थे।
#Kolkata: Former BJP leader Yashwant Sinha arrives at TMC Bhawan pic.twitter.com/Qhjtzpm10v
— ANI (@ANI) March 13, 2021
आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सीनियर नेता यशवंत सिन्हा ने पार्टी को झटका देते हुए टीएमसी का दामन थाम लिया है। जानकारी के मुताबिक यशवंत सिन्हा भाजपा से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे। वे कई बार अलग-अलग मुद्दों पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना कर चुके हैं। बता दें कि यशवंत सिन्हा के एक काबिल नेता माने जाते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में उन्होंने वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारियां संभाली थीं।
यशवंत सिन्हा 1960 में सिविल सर्विसेज से जुड़े थे और अपने कार्यकाल के दौरान कई अहम ओहदों पर अपनी सेवाएं दीं। इसके साथ ही उन्होंने बिहार सरकार के वित्त मंत्रालय में दो वर्षों तक अपर सचिव और उप सचिव रहने के बाद उन्होंने भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय में उप सचिव के रूप में भी कार्य किया। वहीं अगर हम टीएमसी में शामिल होने के बाद यशवंत सिन्हा की भूमिका की बात करें तो, फिलहाल अभी तक ये तय नहीं हुआ। लेकिन खबरों की मानें तो ममता दीदी शुभेन्दु अधिकारी के स्थान पर यशवंत सिन्हा को स्थान दे सकती है। जिनका पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में सीधी टक्कर टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी से है।