रिपोर्ट:खुशी पाल
रेल मंत्री का कहना है कि 1 करोड़ 25 लाख स्टूडेंट्स ने लेवल 1 के लिए अप्लाई किया है। उन्होंने कहा कि अगर पूरे देश में इतनी बड़ी संख्या में रिक्रूटमेंट करना है तो कम से कम दो परिक्षा लेनी होगी। जहां 1 करोड़ 25 हजार स्टूडेंट की रिक्रूटमेंट की बात आती है। तो इतने सारे छात्रो को एक तरह के question paper से सेम लेवल की कठिन परिक्षा नहीं दी जा सकती। ये करना अति मुश्किल है। इसलिए इसके लिए दो तरह की परिक्षाएं ली जाएंगी। ये सब नोटिस में पहले से ही मौजूद था।
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10+2 और graduate छात्रो के लिए कैसे अनुमति दें
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि 10+2 में graduate को कैसे अनुमति दें? तो इस सावल पर वह बोले की हमारे कानून के अनुसार किसी भी व्यक्ति को परिक्षा में भाग लेने की पूरी अनुमति दी जाती है। minimum qualification पहले से निर्धारित होती है। लेकिन maximum कभी भी निर्धारित नहीं की जाती। इसलिए अगर 10+2 की परिक्षा में अगर कोई graduate छात्र बैठना चाहता है तो हम उसे नहीं रोक सकते।
पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार का बयान
इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार ने रेल मंत्री से बातचीत की और बड़ा दावा किया कि रेल मंत्री छात्रों की दो बड़ी मांगे मानने को तैयार है। उनका कहना है कि रेल मंत्री ने आश्वस्त किया है कि NTPC में जो ‘एक छात्र एक रिजल्ट’ की मांग है, उन्होंने उसपर अपनी समर्ति प्रकट की है। कहा कि साढ़ें तीन लाख और छात्रों का रिजल्ट प्रकाशित किया जाएगा। वहीं, दूसरा ग्रूप डी की दो परिक्षा की जगह एक परिक्षा की जो मांग थी, उस पर भी उन्होंने समर्ति प्रकट की है।
छात्रों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है
आरआरबी(RRB) एनटीपीसी(NTPC) रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए यूपी-बिहार में छात्रों का आंदोलन जारी है। छात्रों का ये आंदोलन दिन पर दिन काफी उग्र होता जा रहा है। गुस्साए अभ्यर्थियों ने ट्रेन को आग के हवाले तक कर दिया तो कई जगह रेलवे ट्रैक उखाड़ दिए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने छात्रों से आंदोलन न करने की अपील की है।
रेल मंत्री का इस मामले में कहना है कि वह संविधान को बदल नहीं सकते है कि इस मामले को सुलझाने के लिए समिति का भी गठन किया गया। कहा कि इस मामले को हम जल्द ही सोल्व करेंगे। छात्र भी हमारे लिए हमारे साथी है हमारे भाई है हमारी बहने है।