देश में अब आने वाले कुछ सालों तक चुनाव का महौल बना रहेगा। क्योंकि अभी हाली में बिहार विधानसभा का चुनाव संपन्न हुआ है और अब अगला चुनाव बंगाल विधानसभा का होने वाला है।
ऐसे में तमाम पार्टियां चुनावों में जुटी हुई है। ऐसे में सभी पार्टियां बीजेपी से टक्कर लेने के लिये हरसंभव रणनीति बनाने में जुटी हैं। उधर, दिल्ली सरकार में विराजमान आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के अगले चुनाव में लड़ेंगे। इस बात की जानकारी खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दी है।
आप को बता दे कि आम आदमी पार्टी के 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने के एलान के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है। जिसके बाद अब उत्तर प्रदेश में सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है।
राजधानी लखनऊ में कानपुर रोड पर स्थित एक होटल में ओवैसी और राजभर के बीच मुलाकात हुई। राजभर के साथ मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए। यूपी चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में सवाल पर ओवैसी ने कहा, ‘अभी हम दोनों आपके सामने बैठे हुए हैं। हम राजभर जी की लीडरशिप में साथ खड़े हैं और काम करेंगे।’
ओवैसी यूपी में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ सकते हैं। राजभर के साथ मुलाकात से पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव पाल सिंह यादव भी ओवैसी के साथ मिलकर लड़ने का संकेत दे चुके हैं। शिवपाल कह चुके हैं कि जितनी भी धर्मनिरपेक्ष पार्टियां हैं, हम उन सभी पार्टियों से बात करेंगे।
आपको बता दें कि, राजभर ने सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए जनभागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया है। यही नहीं, प्रगतिशील समाज पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से आज मुलाकात प्रस्तावित है।
जनभागीदारी मोर्चे में बाबूराम कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी, राष्ट्रीय उदय पार्टी, राष्ट्रीय उपेक्षित समाज पार्टी और जनता क्रांति पार्टी शामिल है। इसके अलावा बहुतजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा से मिलने का कार्यक्रम है।