रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के वैक्सीन की पहली डोज ली है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने दिल्ली के एम्स जाकर वैक्सीन की पहले डोज लगवाई है। जिसके बाद टीकाकरण का यह अभियान और तेज हो गया। सोमवार से दूसरे चरण का कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान शुरु हुआ है। इस चरण में 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग और 45 साल से ऊपर के वैसे आमलोग भी टीका लगवा सकेंगे जो गंभीर रूप से बीमार हैं।
I am above 70 years of age. You should give it (#COVID19 vaccine) to youngsters who have a longevity in life as opposed to me. I merely have 10-15 more years to live: Mallikarjun Kharge, Leader of Opposition in Rajya Sabha, when asked if he would take the vaccine jab pic.twitter.com/n5ljqmInZt
— ANI (@ANI) March 1, 2021
आपको बता दें कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से जब वैक्सीन के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा कि मेरी उम्र 70 साल से ऊपर है। आपको कोरोना वैक्सीन उन युवाओं को देना चाहिए, जिनके पास लंबा जीवन है। मेरे पास तो जीने के लिए बस 10-15 साल ही बचें हैं। खड़गे से पहले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी ट्वीट कर कहा कि “मैं तो नही लगवा पाऊंगा क्योंकि कोविड होने के बाद मेरी एंटीबाडी 300 बनी है जोकि बहुत ज्यादा है। शायद मैंने जो ट्रायल वैक्सीन लगवाई थी इसमे उसका भी योगदान हो। मुझे अभी वैक्सीन की जरूरत नही है”।
जबकि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि एक मार्च से होने वाला टीकाकरण दस हजार सरकारी और 20 हजार प्राइवेट सेंटरों पर हो सकेगा। सरकारी सेंटर्स पर वैक्सीन मुफ्त में लगेगी, जबकि प्राइवेट में पैसे देने पड़ेंगे।
जावड़ेकर ने प्रेस वार्ता में आगे कहा, ”जो लोग प्राइवेट अस्पताल में कोरोना की वैक्सीन लगवाना चाहेंगे, उन्हें पैसे खर्च करने पड़ेंगे। अस्पतालों और मैन्युफैक्चरर्स से बात करने के बाद आने वाले दो-तीन दिनों में प्राइवेट सेंटर पर लगने वाले पैसों के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय फैसला ले लेगा।”
भारत में कोरोना के टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। अभी तक लगभग एक करोड़ 20 लाख से अधिक लोगो को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। भारत में कोरोना योद्धाओं से इसकी शुरुआत की गई थी। सरकार ने लक्ष्य रखा था कि 20 फरवरी तक सभी हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन का पहला डोज लगा दिया जायेगा। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि आठ राज्य 75 फीसदी हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है।