नई दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(आईएमए) के 1000 करोड़ रुपए के मानहानि केस के बाद एक बार फिर बाबा रामदेव की मुसीबत बढ़ गई है। जिससे उन्हें तगड़ा झटका लग सकता है। गौरतलब है कि बाबा रामदेव की पंतजलि कंपनी के सरसों के तेल में मिलावट की आशंका के चलते अलवर स्थित खैरथल फैक्ट्री को राजस्थान सरकार ने गुरूवार देर रात सीज कर दिया गया। आपको बता दें कि इस दौरान जिला कलेक्टर ने कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई।
बता दें कि इससे पहले बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के सरसों के तेल पर खाद्य तेल उद्योग संगठन (एसईए) भी आपत्ति जता चुका है। संगठन को कंपनी के उस विज्ञापन पर ऐतराज था, जिसमें दावा किया गया है कि सरसों तेल के अन्य ब्रांड के कच्ची घानी तेल में मिलावट है। हालांकि अब राजस्थान के अलवर जिले के खैरथल में बाबा रामदेव की पतंजलि ब्रांड के नाम से सरसों के तेल की पैकिंग और मिलावट किये जाने की सूचना के बाद प्रशासन ने सिंघानिया आयल मिल पर छापामार कर फैक्ट्री को देर रात को सीज कर दिया था।
आपको बता दें कि फैक्ट्री में पतंजलि की भारी मात्रा में पैकिंग सामग्री बरामद की गई है। पतंजलि के नाम पर मिलावटी सरसों तेल सप्लाई करने के आरोप में बुधवार देर रात जिला प्रशासन ने खैरथल में इस्माइलपुर रोड पर औधोगिक क्षेत्र में स्थित सिंघानिया आयल मिल पर छापा मारकर उसे सील कर दिया था।इसके बाद गुरुवार शाम को जांच कमेटी की टीम एसडीएम अलवर योगेश डागुर के नेतृत्व में फैक्ट्री में पहुंची। फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि फैक्ट्री में बाबा रामदेव की पतंजलि का पैकिंग किये जाने की अनुमति होने की बात प्रबंधन की ओर से बताई गई है। इसके अलावा एक और ब्रांड श्री श्री ऑयल ब्रांड के रैपर बरामद किये गये हैं। फैक्ट्री में मौजूद सरसों के तेल कच्ची घानी ओर स्पेलर से निकाले गए तेल के स्टॉक और मौजूद कच्चे सामान के खाध निरीक्षकों और आयुर्वेद निरिक्षकों की टीम ने सैम्पल लिए गए हैं। जिनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।