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लाउडस्पीकर की तेज आवाज से हो रही लोगों को दिक्कतों को लेकर इस इस्लामिक देश ने लिया बड़ा फैसला, दिया आवाज कम करने का निर्देश

This Islamic country has taken a big decision regarding the problems being faced by the people due to the loud sound of loudspeakers; लाउडस्पीकर की आवाज को कम करने का इंडोनेशिया सरकार ने दिया निर्देश। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला। जर्मनी में भी लाउडस्पीकर से अजान पर प्रतिबंध।

By Amit ranjan 
Updated Date

नई दिल्ली : अजान के दौरान मस्जिद की लाउडस्पीकर्स से तेज आवाज को लेकर आम लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसे लेकर एक इस्लामिक देश ने बड़ा फैसला लिया है और मस्जिदों को लाउडस्पीकर की आवाज कम करने का निर्देश दिया है। दरअसल, अजान या किसी तरह से मस्जिद का विरोध ईशनिंदा की श्रेणी में आता है लेकिन यहां स्वास्थ्य समस्याओं के बढ़ने से मस्जिद परिषद ने खुद आगे आकर फैसला लिया है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले एक व्यक्ति के शिकायत करने पर हजारों की संख्या में लोगों ने उस अपार्टमेंट को घेर लिया था। आलम यह कि सेना बुलानी पड़ी थी

मस्जिदों पर लगे अजान के लिए लाउडस्पीकर्स की आवाज कम करना पूरी तरह से कमेटी का निर्णय है। जकार्ता की अल-इकवान मस्जिद के चेयरमैन अहमद तौफीक ने बताया कि लाउडस्पीकर्स की आवाज कम करना स्वैच्छिक है। हम सामाजिक सौहार्द बनाए रखना चाहते हैं। बता दें कि मस्जिद परिषद की पहल के बाद अब हजारों मस्जिदों के लाउडस्पीकर्स की आवाज कम हो गई है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि अब मस्जिदों के आसपास रहने वाले लोगों की शिकायतें भी दूर हो गई है।

दरअसल, अजान के लाउडस्पीकर्स की तेज आवाज को लेकर तमाम लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। तमाम आनलाइन शिकायतें भी मिली थीं। ऑनलाइन शिकायतों की संख्या भी बढ़ गई थी। लोगों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि लाउडस्पीकर्स की तेज आवाज से लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। लोगों में डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा की दिक्कतें बढ़ रही है।ल आपको बता दें कि ये मामला इस्लामिक देश इंडोनिशिया की है।

तेज आवाज के लिए साढ़े सात लाख लाउडस्पीकर्स को ठीक कराया जा रहा

मस्जिद परिषद के अध्यक्ष यूसुफ काल्ला ने बताया कि देश की 7.5 लाख से ज्यादा मस्जिदों में से ज्यादातर का साउंड सिस्टम ठीक नहीं है। अजान की आवाज तेज आती है, ऐसे में परिषद ने 7 हजार टेक्निशियंस को काम पर लगाया और देश की लगभग 70 हजार मस्जिदों के लाउडस्पीकर्स की आवाज कम की है। यूसुफ का कहना है कि इसके लिए कमेटी भी बनाई गई है। परिषद के समन्वयक अजीस का कहना है कि अजान की तेज आवाज इस्लामिक परंपरा है, ताकि आवाज दूर-दराज तक जाए।

इंडोनेशिया में ईशनिंदा कानून

आपको बता दें कि इंडोनेशिया में ईशनिंदा कानून है। अजान के लाउडस्पीकर्स का विरोध करने पर लोगों पर ईशनिंदा का कानून भी लागू हो सकता है। अजान की तेज आवाज के विरोध पर 4 बच्चों की मां को डेढ़ साल की सजा हो चुकी है। यही नहीं कुछ दिनों पहले जकार्ता में कुछ लोगों ने तेज आवाज की शिकायत की, तो हजारों लोगों की भीड़ ने उनके अपार्टमेंट को ही घेर लिया था और तब बचाव के लिए सेना बुलानी पड़ी थी।

जर्मनी में भी लाउडस्पीकर से अजान का विरोध

बता दें कि इससे पहले जर्मनी में भी लाउडस्पीकर से अजान का विरोध मुखर हो चुका है। देश के बड़े शहरों में शुमार कोलोन में भी लोग मस्जिद में अजान के लिए लगे लाउडस्पीकर का विरोध कर रहे हैं। यहां पिछले शुक्रवार को मेयर ने लाउडस्पीकर का विरोध की थीं। लेकिन इस मंजूरी के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

एएफडी पार्टी के उप प्रवक्ता मैथियस बुशग्स ने आरोप लगाया कि जर्मनी के इस्लामीकरण की कोशिश की जा रही है। यहां ईसाई देश को इस्लामिक देश के रूप में पेश किया जा रहा है। कोलोन में 1.2 लाख मुस्लिम रहते हैं, यह शहर की कुल आबादी का 12% हैं।

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