अफगानिस्तान में तालिबान शासन आने के बाद तालिबानी लड़ाके लगातार अफगान के नागरिकों पर अत्याचार और दुराचार कर रहा है। जिससे उनका जीना मुहाल हो गया है। इसे लेकर अफगान के नागरिकों ने तालिबान के विरुद्ध प्रदर्शन भी किये, जिसे कई स्थायी चैनलों के पत्रकारों ने कवरेज भी किया। जो तालिबान को नागवार गुजरा और उसने प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ-साथ पत्रकारों की भी जमकर पिटाई कर दी।
नई दिल्ली : अफगानिस्तान में तालिबान शासन आने के बाद तालिबानी लड़ाके लगातार अफगान के नागरिकों पर अत्याचार और दुराचार कर रहा है। जिससे उनका जीना मुहाल हो गया है। इसे लेकर अफगान के नागरिकों ने तालिबान के विरुद्ध प्रदर्शन भी किये, जिसे कई स्थायी चैनलों के पत्रकारों ने कवरेज भी किया। जो तालिबान को नागवार गुजरा और उसने प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ-साथ पत्रकारों की भी जमकर पिटाई कर दी।
आपको बता दें कि इस प्रदर्शन में अधिकतर महिलाएं शामिल थी। जिनके साथ भी तालिबान लड़ाकों ने बर्बरता की। बता दें कि महिलाओं द्वारा किया गया प्रदर्शन काफी छोटा था लेकिन इसने भी तालिबान को हिला दिया। इस प्रदर्शन से घबराये नवनियुक्त तालिबान सरकार ने ऐलान कर दिया है कि अब बिना सरकार के परमिशन के किसी तरह के प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जाएगी।
सोशल मीडिया (Social Media) पर इस तरह के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जहां तालिबान के लड़ाकों द्वारा महिलाओं को पीटा जा रहा है। तालिबान के लड़ाकों ने महिलाओं और पत्रकारों को डंडों और रायफल की बट से मारा है। साथ ही कई पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें पीटा गया है।
“Do not recognise the Taliban or legitimise them”
A 2nd day of protests held by brave women in Kabul. The West & countries in the region have already abandoned Afghan women. But their recognition of the Taliban could make things even worse for them
Don’t abandon Afghan women pic.twitter.com/VzvWIyxSjN
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 4, 2021
महिलाओं द्वारा प्रदर्शन इसलिए भी किया जा रहा है, क्योंकि तालिबान ने सत्ता में आने के बाद महिलाओं पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। स्कूल-कॉलेज में लड़के-लड़कियों की एक साथ पढ़ाई नहीं हो रही है, पहनावे को लेकर काफी रोक-टोक हो गई है, अभी महिलाएं काम नहीं कर पा रही हैं। जबकि तालिबान ने कहा था कि वह अपनी सरकार में महिलाओं को हिस्सेदारी देगा।
गौरतलब है कि काबुल (Kabul) के अलावा मजार ए शरीफ और अन्य शहरों में भी पिछले दो-तीन दिनों से प्रदर्शन तेज़ हुए हैं। वहीं अमेरिका के वॉशिंगटन में भी अफगानिस्तान के नागरिकों द्वारा प्रदर्शन किया गया है। तालिबान के अलावा अफगान नागरिकों में पाकिस्तान के प्रति भी गुस्सा है। पाकिस्तान की वायुसेना ने हाल ही में पंजशीर इलाके में ड्रोन से हमले किए थे और तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों को निशाना बनाया था।