रिपोर्ट – माया सिंह
चीन : वैसे तो इस दुनिया में ऐसे बहुत से लोग है जिन्हें किसी न किसी चीज की अजीब आदत होती है लेकिन जब एक टीचर अजीबो-गरीब हरकत करने लगे तो क्या होगा , वो भी उस वक्त जब क्लासरूम में बच्चों को पढ़ा रहा हो । एक ऐसा ही मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और जमकर लोग टीचर की आलोचना कर रहे हैं । जिसके बाद टीचर को स्कूल से बर्खास्त कर दिया गया है ।
दरअसल , चीन में छोटे बच्चों को पढ़ाने वाले एक टीचर पर आरोप लगा है कि , वह पढ़ाते वक्त बच्चों को अपनी जुराबें और पैर सुंघाता है । शिक्षक के इस घिनौनी आदत के बारे में सबसे पहले चीन के सोशल मीडिया साइट वाइबो पर वायरल हुआ था । एक शख्स ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था , जिसमें साफतौर पर देखा जा सकता था कि कैसे टीचर एक छोटे बच्चे के नाक में अपनी पैर डालने की कोशिश कर रहा था ।
इतना ही नहीं जानकर हैरानी होगी कि इस वीडियो में ये व्यक्ति कह रहा था कि मेरे पैर की सुगंध धीरे-धीरे अपने शरीर के अंदर ले जाओ । इस पोस्ट में लिखा था- सैडोमेसेचिस्म की ट्रेनिंग बचपन से ही शुरू हो जाती है । सैडोमेसोचिस्म आसान भाषा में उन लोगों को कहा जाता है जिन्हें दूसरों को तकलीफ देने में आनंद का अनुभव होता है ।
जानकारी के मुताबिक टीचर का सरनेम ल्यू है और यह साउथ –ईस्ट के शहर रूएजीन में एक निजी स्कूल में कार्यरत है । इस स्कूल को आरवाईबी एजुकेशन ऑपरेट करता है ।इसके बाद स्कूल के स्टाफों से पूछताछ करने पर पता चला कि ल्यू ने प्ले सेशन के समय पैर सुंघने के लिये कहा था । वहीं स्कूली प्रशासन ने बताया कि शिक्षक के खिलाफ कभी किसी स्टुडेंट ने यौन शोषण की शिकायत नहीं की है ।
इस बारे में पीडित छात्र के मां का कहना है कि स्कूल में संपर्क करने के बाद मुझे बताया गया था कि बच्चे ने खेल के दौरान गलती से पैर सूंघ लिया है , लेकिन पूरी बात जानने के बाद मुझे एहसास हुआ कि यह चाइल्ड एब्यूज केस है । ऐसे में स्कूली प्रशासन ने कहा है कि वह इस मामले में पुलिस को सहयोग करने के लिये तैयार हैं ।
गौरतलब है कि इस स्कूल में स्टुडेंट के साथ गलत व्यवहार पहली बार नहीं हुआ है । इससे पहले साल 2017 में भी इस स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गई थी कि यहां बच्चों के हेल्थ चेकअप के नाम पर नींद की दवा और इंजेक्शन देकर उनके कपड़े उतरावाये जाते थे । जिसके बाद आरवाईबी ने स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी के लिए एक सेल्फ इंस्पेक्शन प्रोग्राम टीचर्स के लिए शुरू करवाया था । इस घटना ने एक बार फिर से संस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है , देखना ये है कि इस व्यवस्था में अब क्या सुधार करेंगे ।