ईरान में महसा अमीनी की मौत पर विरोध प्रदर्शन जारी है, ईरानी अधिकारियों ने बताया की गुरुवार को विरोध प्रदर्शनों का समर्थन करने पर पत्रकारों को चेतावनी दी है।
ईरान में महसा अमीनी की मौत के बाद से ही हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ईरान के लोग सरकारी सख्ती की परवाह किए बिना सड़कों पर जमकर हंगामा किया।
ईरान में महसा अमीनी की मौत पर विरोध प्रदर्शन जारी है, ईरानी अधिकारियों ने बताया की गुरुवार को विरोध प्रदर्शनों का समर्थन करने पर पत्रकारों को चेतावनी दी है।
मिली जानकारी के अनुसार ईरान में ऐसे विरोध प्रदर्शन हाल के वर्षों में देखने को नहीं मिले हैं। इसे ईरानी सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती मानी जा रही है। उदाहरण के लिए ईरानी फुटबॉल टीम ने कुछ दिनों पहले विएना में एक दोस्ताना मैच के दौरान अपनी राष्ट्रीय टीम के लोगो को ढक लिया था।
अधिकार समूहों ने ईरान के शहरों में प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा बल के अत्यधिक इस्तेमाल की ओर इशारा किया है, जिसमें एक मानवाधिकार समूह ने गुरुवार तक कम से कम 83 लोगों की मौत की सूचना दी है।
ईरान के सरकारी टीवी ने गुरुवार को कहा कि पुलिस ने बड़ी संख्या में “दंगाइयों” को गिरफ्तार किया है, हालांकि गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या नहीं बताई गई।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा कि 1979 की क्रांति के बाद से देश में पश्चिमी शक्तियों द्वारा अशांति फैलाने का ताजा कदम है।
रईसी ने कहा, “दुश्मनों ने 43 वर्षों तक इस्लामी ईरान के खिलाफ अभिकलनात्मक त्रुटियां की हैं, यह कल्पना करते हुए कि ईरान एक कमजोर देश है जिस पर हावी हुआ जा सकता है.”
ईरानी सरकारी टीवी ने गुरुवार को यह भी बताया कि 17 सितंबर से शुरू हुए प्रदर्शनों के बाद से पुलिस कर्मियों समेत 41 लोग मारे गए हैं।
हिजाब न पहनने पर ईरान की धार्मिक पुलिस का शिकार बनी महसा अमीनी की मौत पर पहली बार ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का बयान आया है। रईसी ने कहा है कि महसा अमीनी की मौत ने सभी को प्रभावित किया है। सभी का मानना है कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि उसकी मौत कैसे हुई, लेकिन इसकी आड़ में ‘अराजकता’ को स्वीकार नहीं किया जाएगा।