पाकिस्तान ने बीते बुधवार (15 जनवरी 2020) को चीन की मदद से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में फिर से कश्मीर मामले को उठाने की कोशिश की। मगर ये कोशिश हर बार की तरह सफल नहीं हो पाई।
दरअसल, चीन ने यूएनएससी की मीटिंग के दौरान कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाया, लेकिन स्थायी सदस्यों फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन और रूस के साथ 10 सदस्यों ने विरोध किया और कहा कि यह मामला यहां उठाने की जरूरत नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगस्त 2019 के बाद कश्मीर पर क्लोज डोर मीटिंग को लेकर की गई पहल कामयाब नहीं हो पाई। किसी भी सदस्या ने चीन के प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया। साथ ही यूएनएससी के अन्य 14 सदस्यों ने इस मामले में कहा कि, यह कोई ऐसा मामला नहीं था, जिसके लिए चर्चा करनी जरूरी थी।
आपको बताते चलें कि, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारतीय दूत सैयद अकबरुद्दीन ने इस मामले में कहा कि, हमें खुशी है कि, यूएनएससी में पाकिस्तान के प्रतिनिधियों की ओर से कश्मीर पर लगाए गए गलत आरोपों की सच्चाई सबके सामने आ गई है।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान अपने मंसूबों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कामयाब करने के लिए चीन का इस्तेमाल करता रहा है।