कर्मचारी और बॉस के बीच नोंकझोक आम है. लेकिन कभी-कभी बॉस का खडूस स्वभाव कर्मचारियों को इस कदर आहत कर देता है कि वो कोई गंभीर कदम उठा देते हैं।
रिपोर्ट:पायल जोशी
बैंकॉक: कर्मचारी और बॉस के बीच नोंकझोक आम है. लेकिन कभी-कभी बॉस का खडूस स्वभाव कर्मचारियों को इस कदर आहत कर देता है कि वो कोई गंभीर कदम उठा देते हैं। ऐसा ही कुछ थाईलैंड (Thailand) में रहने वाली एक महिला के साथ हुआ जहां उसने अपने बॉस की हरकतों से तंग आकर कुछ ऐसा किया के बॉस उसे जिंदगी भर नहीं भूल पाएगा।
‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के अनुसार, नाराज महिला कर्मचारी (Female Employee) ने उस तेल गोदाम को ही उड़ा दिया, जिसमें वो काम करती थी। उसने लाइटर से एक कागज के टुकड़े में आग लगाई और उसे फ्यूल कंटेनर (Fuel Container) पर फेंक दिया। नतीजतन प्रपाकोर्न ऑयल (Prapakorn Oil) गोदाम में आग लग गई, और इस घटना से कंपनी को करोड़ों का नुकसान हुआ।
बता दें के 38 वर्षीय आरोपी महिला कर्मचारी एन श्रिया (Ann Sriya) ने तेल के गोदाम को इसलिए आग के हवाले कर दिया, क्योंकि वह अपने बॉस की शिकायत और तनाव पैदा करने की आदतों से तंग आ गई थी। घटना वाले दिन महिला नाखोन पाथोम प्रांत (Nakhon Pathom Province) स्थित गोदाम पहुंची और जलते कागज के टुकड़े को ईंधन कंटेनर पर फेंक दिया। चंद ही मिनटों में पूरा गोदाम आग की लपटों में घिर गया। जिसके चलते आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखकर इलाके में भगदड़ मच गई।
बताया जा रहा है के जब फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची तो उन्हे आग पर काबू पाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। बता दें के 40 से अधिक दमकल गाड़ियों को आग पर काबू पाने में करीब चार घंटे लग गए। रिपोर्ट के मुताबिक, कंटेनर में हजारों गैलन तेल था, और इस घटना से कंपनी को करीब 9 करोड़ का नुकसान हुआ है। 29 नवंबर को हुई इस घटना के बाद पुलिस ने महिला कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें के एन श्रिया ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि बॉस उसे काम को लेकर तंग करता था, और इससे परेशान होकर उसने ये कदम उठाया। तेल के गोदाम में लगी भीषण आग में दस से अधिक घरों के भी क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। लेकिन अच्छी बात ये रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, और पुलिस इस कंपनी के मालिक से भी पूछताछ कर रही है। उसका कहना है कि आरोपी महिला पिछले 9 साल से यहां काम रही है, लेकिन वो ऐसा कदम उठाएगी अंदाजा नहीं था। एन श्रिया के साथ काम करने वालों को भी यकीन नही हो रहा है कि वो ऐसा कुछ कर सकती हैं।