वाशिंगटन: उन्होंने सोमवार को कहा कि वाशिंगटन को बीजिंग का सामना करने के लिए समान विचारधारा वाले देशों का अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाना चाहिए। बाइडन ने राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति एजेंसी की समीक्षा टीम के सदस्यों संग बैठक के बाद कहा, ‘जब हम प्रौद्योगिकी और मानवाधिकारों के दुरुपयोग सहित अन्य मोर्चो पर चीन की सरकार को जवाबदेह ठहराने का प्रयत्न करते हैं तो ऐसी स्थिति में समान विचारधारा वाले सहयोगियों के साथ गठजोड़ से हमारी स्थिति और मजबूत होगी।
‘ बता दें कि झिंजियांग में मानवाधिकार उल्लंघन, हांगकांग के विशेष दर्जे का अतिक्रमण, बीजिंग पर अनुचित व्यापार तरीके अपनाने का आरोप, महामारी के संबंध में पारदर्शिता की कमी और विभिन्न हिस्सों में चीन की सैन्य आक्रामकता जैसे मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच संबंध बहुत खराब हो गए हैं।
बाइडन ने कहा कि चीन की तुलना में अन्य लोकतांत्रिक देशों के साथ साझेदारी करने से देश की आर्थिक प्रगति में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा, ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में हमारी हिस्सेदारी लगभग 25 फीसद है और अगर हम लोकतांत्रिक देशों के साथ गठबंधन करते हैं तो हम अपने आर्थिक लाभ को दोगुना से अधिक कर सकेंगे।’ चीन और रूस के खिलाफ सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के मुद्दे पर बाइडन ने कहा कि अमेरिका को स्वयं को सबसे मजबूत स्थिति में लाने के लिए सुधार करने होंगे।