NRC को लेकर बांग्लादेश की तरफ से लिखित आश्वासन मांगने संबंधी रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय ने कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। प्रेस कॉन्फेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से जब यह पूछा गया कि बांग्लादेश ने यह लिखित में आश्वासन मांगा है कि उसके यहां प्रवासियों को नहीं लौटाया जाएगा। इसपर प्रवक्ता ने कहा कि भारत अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर चुका है, वह अपुष्ट रिपोर्ट्स पर टिप्पणी नहीं कर सकते। रविश कुमार ने कहा कि, हमने अपनी स्थिति को बांग्लादेश से स्पष्ट कर दी है हमने कहा है कि यह भारत का आंतरिक मामला है इस मुद्दे पर जो भी रिपोर्ट्स आ रही है, वो सूत्रों पर आधारित है, प्रमाणिक नहीं है…इसलिए इसपर कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।
वहीं नेपाल के साथ सीमा विवाद से जुड़े एक सवाल के जवाब में रविश कुमार ने कहा कि, हमारा मैप हमारे संप्रभु क्षेत्र को बताता है। मैप में सीमा का पुनर्निधारण नहीं किया गया है। बातचीत के जरिए किसी भी विवाद को सुलझाया जाएगा। दरअसल जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में नए केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद भारत सरकार ने 31 अक्टूबर को देश का नया नक्शा जारी किया था। इस नक्शे में कालापानी इलाके को लेकर नेपाल ने आपत्ति जताई है। कालापानी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 35 वर्गकिलोमीटर में फैला हुआ इलाका है जो काली नहीं का उद्गम स्थल है।