वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि मेरी और कमला हैरिस की जीत अमेरिकी इच्छाशक्ति की स्पष्ट जीत है। उन्होंने सोमवार को अमेरिकी इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा 3 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में आधिकारिक रूप से अपनी जीत प्रमाणित करने के कुछ घंटों बाद कही। बता दें कि सोमवार को बाइडन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की जीत को इलेक्टोरल कॉलेज में सील कर दिया गया।
बाइडन ने कहा कि अमेरिकी लोगों की इच्छा का सम्मान करना हमारे लोकतंत्र की जान है। उन्होंने कहा कि हम हार-जीत के कठिन फैसलों को सहज रूप से स्वीकार कर पाते हैं, यह हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। उन्होंने कहा कि इस इच्छा का सम्मान करना उन लोगों का दायित्व है, जिन्होंने संविधान की रक्षा के लिए शपथ लिया है। यह इस बात की गारंटी है कि हमें हमारे संस्थानों पर विश्वास कायम है। हमारे चुनाव की अखंडता बरकरार रही।
बाइडन ने कहा कि अब समय आ गया है हम अपने पूरे इतिहास में पृष्ठ को बदले। हम एकजुट होकर आने वाली मुश्किलों और चुनौतियों से निपटें। पूर्व उपराष्ट्रपति ने यह भी दावा किया कि वह और हैरिस इतिहास में किसी भी पिछले राष्ट्रपति की तुलना में अधिक मतों से जीते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि इस बार चुनावी मुकाबला काफी कठिन था। बाइडन ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रबल प्रसार के कारण यह चुनाव काफी कठिन परिस्थतियों में लड़ा गया।
गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में जीत पाने वाले आधिकारिक विजेता का एलान कर दिया गया है। इसमें डेमोक्रेट पार्टी के जो बाइडन विजयी रहे हैं। उन्हें इलेक्टोरल कॉलेज के 306 वोट हासिल हुए हैं, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 232 मतों से ही संतोष करना पड़ा है।
अब ये तय हो गया है कि जनवरी में बाइडन ही अगले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। अब चुनाव के अंतिम नतीजों को वाशिंगटन भेजा जाएगा जहां 6 जनवरी को संसद के संयुक्त सत्र में इनकी गिनती होगी। इसके बाद 20 जनवरी को बाइडेन और कमला हैरिस को राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति पद की शपथ दिलवाई जाएगी।