नई दिल्ली : देश में जारी कोरोना संकट के बीच जहां एक तरफ अस्पताल प्रशासन मरीजों को लूटने में लगी है, वहीं दूसरी तरफ डॉक्टर बिना अपनी जान के परवाह किये बगैर कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे है। जिससे उन्हें जल्द स्वस्थ किया जा सकें। इसी बीच दिल्ली के एक अस्पताल से ऐसी खबर सामने आई है, जिसने सरकार के साथ-साथ डॉक्टर और स्वास्थ महकमा की भी चिंता बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि दिल्ली के एक अस्पताल से एक साथ 80 डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो गये, जबकि एक डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गई। इसे लेकर अस्पताल में अब कई ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। अभी 12 डॉक्टर अस्पताल में भर्ती है। जबकि बाकी को होम क्वारनटीन किया गया है।
कोरोना के कारण अस्पताल के सीनियर सर्जन डॉ. एके रावत का निधन हो गया है। कोरोना संकट काल में एक अस्पताल में इतने डॉक्टरों का कोविड पॉजिटिव होना, चिंता का विषय है।
आपको बता दें कि दिल्ली बीते कई दिनों से कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रही है। राजधानी में लगातार नए मामलों, मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। यही कारण है कि पिछले करीब तीन हफ्ते से दिल्ली में लॉकडाउन लगा हुआ है और एक हफ्ते के लिए और भी बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही अब मेट्रो सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है।
दिल्ली में बीते दिन भी 13 हजार से अधिक नए मामले सामने आए, जबकि 273 लोगों की मौत हुई। दिल्ली में इस वक्त 86 हज़ार के करीब एक्टिव केस हैं, यही कारण है कि राजधानी के अस्पतालों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के कई अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं की कमी है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वक्त में दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी किल्लत थी, हालांकि जब मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, तब केंद्र-राज्य में तालमेल बढ़ा। अभी दिल्ली को ऑक्सीजन की सप्लाई मिल रही है, बीते कुछ दिनों में ऑक्सीजन की किल्लत की परेशानी कुछ हदतक कंट्रोल में आई है। लेकिन जिस तरह देश में कोरोना केस और मरने वालों लोगों की संख्या बढ़ रही है, वो अभी भी सरकार के लिए सरदर्द बना हुआ है।
और जहां रही दिल्ली के इस अस्पताल की बात, तो आपको बता दें कि दिल्ली के इस अस्पताल के नाम सरोज अस्पताल है, जहां कोरोना का विस्फोट हुआ।