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गूगल से लेते हो कंपनी का कस्टमर केयर नंबर, तो हो जाओ सावधान

दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में साइबर ठग लोगो को अपने जाल में फंसाने के लिए अलग अलग तरह के हथकंडे अपना रहे है। ऐसा ही एक तरीके का ठग हाल में सहारा ले रहे है। साइबर अपराधी गूगल की मदद से लोगो को अपना शिकार बना रहे है। ऐसे में यदि आप भी गूगल सर्च से किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर लेते है तो, जरा सावधान हो जाइये। आपके इस काम से आपकी जेब भी साफ हो सकती है। गूगल सर्च में ठगो ने कंपनी के नाम से फर्जी कस्टमर केयर नंबर डाल रखे है। उनके संपर्क में आते ही लोग ठगो का आसानी से शिकार हो रहे है।

By RNI Hindi Desk 
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दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में साइबर ठग लोगो को अपने जाल में फंसाने के लिए अलग अलग तरह के हथकंडे अपना रहे है। ऐसा ही एक तरीके का ठग हाल में सहारा ले रहे है। साइबर अपराधी गूगल की मदद से लोगो को अपना शिकार बना रहे है। ऐसे में यदि आप भी गूगल सर्च से किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर लेते है तो, जरा सावधान हो जाइये। आपके इस काम से आपकी जेब भी साफ हो सकती है। गूगल सर्च में ठगो ने कंपनी के नाम से फर्जी कस्टमर केयर नंबर डाल रखे है। उनके संपर्क में आते ही लोग ठगो का आसानी से शिकार हो रहे है

नोएडा सेक्टर-37 निवासी अनूप कुमार ने कुछ समय पहले एक प्राईवेट कंपनी का कस्टमर केयर नंबर गूगल से सर्च किया था। गूगल से मिले नंबर पर उन्होने फोन किया तो वो ठगो के चंगुल में फंस गये। आरोपी ने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया और उन्हे अपनी बातो में उलझा लिया। आरोपी ने धोखाधड़ी करते हुए उनके मोबाइल फोन पर एक ऐप को इंस्टॉल करा दिया। जिसके बाद आरोपी ने ऐप के जरीये उनका फोन हैक कर लिया और उनके खाते से 35 हजार रुपये निकाल लिए। रुपये कटने के मैसेज आने पर पीड़ित को ठगी की जानकारी हुई। इस मामले में पीड़ित ने नोएडा साइबर सेल से शिकायत की है। इसके अलावा नोएडा के फेस 3 थाना क्षेत्र के मामूरा गांव निवासी ब्रिजेश कुमार ने कुछ दिनो पहले उन्होने एक कोरियर कंपनी का नंबर गूगल से सर्च कर लिया। नंबर पर संपर्क किया तो आरोपियों ने उन्हे अपने जाल में फंसा लिया और इसी तरह से ऐप डाउनलोड कराकर उनका फोन हैक लिया और खाते से 43000 हजार रुपये निकाल लिए।

बातो में उलझाकर चालाकी से कराते है ऐप डाउनलोड़

साइबर अपराधी सोशल मीडिया और अन्य वेबसाइट पर कंपनियों के फर्जी कस्टमर केयर नंबर डाल देते हैं। गूगल पर सर्च करने पर ये नंबर ऊपर दिखते है, जिन्हे लोग असली नंबर समझ लेते है और इन फर्जी नंबरो पर फोन कर देते है। ठगो के चंगुल में फंसे लोगो को अपनी बातो में उलझाकर टीम व्यूवर, एनीडेस्क आदि ऐप डाउनलोड करा देते है और उनके मोबाइल को ठग हैक कर लेते है।

ठगो से बचने के लिए बरते सावधानियां
गूगल सर्च से कंपनी का नंबर लेने में सावधानी बरते। हो सके तो कंपनी की वेबसाइट पर जाकर नंबर देखे।
किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा बताये गए किसी भी ऐप को डाउनलोड ना करें।
गूगल प्ले स्टोर या आईओएस ऐप स्टोर से ही ऐप इंस्टॉल करें। यहां भी ऐप की रेटिंग और रिव्यू जरूर देखें।
किसी अनजान लिंक से भेजे गए ऐप को इंस्टॉल न करें।
किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये लिंक को ऑपन ना करें।

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