कहते है कि इंसान गुस्से गुस्से में कुछ ऐसा कह जाता है जो भविष्य में सच हो जाता है और कुछ ऐसा ही हुआ ऋषि कपूर के साथ।
जी हां, अंतिम संस्कार में गिने चुने लोग और अंतिम दर्शन के लिए आपकी बेटी तक ना हो ! ऐसा अंतिम सफर भला कौन पिता चाहेगा ! आलिया ने रिद्धिमा को फ़ोन के जरिये आखिरी दर्शन कराये थे और बेटी अपने पिता को देख तक नहीं पायी थी।
दरसअल ऋषि कपूर को इसका आभास हो गया था। आपको बता दे, सोशल मीडिया में उनका एक ट्वीट वायरल हो रहा है।
ये उन्होंने तब किया जब विनोद खन्ना के देहांत हुआ था। उनके अंतिम संस्कार में गिने चुने लोग थे। इससे गुस्सा होकर ऋषि ने लिखा था, जब मैं मरूंगा तो मुझे मान लेना चाहिए कि मुझे कंधा देने वाला कोई नहीं होगा।
अब विडंबना आप देखिये उनका यह ट्वीट सच साबित हो गया है। जब उनका देहांत हुआ तो कोरोना जैसा संकट देश पर है और उनके पार्थिव शरीर को सीधे अस्पताल से मोक्ष भूमि ले जाया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया।