Arvind Trivedi Ramayan Raavan dies at 82 Sunil Lahri Arun Govil Dipika Chikhlia twitter others condolences: गुजराती फिल्म स्टार और पूर्व सांसद अरविंद त्रिवेदी (महाकाव्य धारावाहिक रामायण के रावण) का मंगलवार रात निधन हो गया, दीपिका चिखलिया (सीता), अरुण गोविल (राम) और अन्य लोगों ने शोक व्यक्त किया।
नई दिल्ली : मैं लंकेश हूं, लंकेश रावण… ये शब्द है रामानंद सागर निर्देशित सीरियल रामायण के रावण की, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने 82 साल की उम्र में दुनिया को सदा के लिए अलविदा कह दिया। आपको बता दें कि रावण उर्फ अरविन्द त्रिवेदी पिछले लंबे समयों से स्वास्थ कारणों से जूझ रहे थे। इस दौरान उनकी स्थिति अधिक गड़बड़ होने के कारण मुंबई के कान्दिवली अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उन्होंने मंगलवार देर रात को आखिरी सांस ली।
आपको बता दें कि अभिनेता की मौत की खबर की पुष्टि उनके भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने की है। उन्होंने बताया कि, ‘वह पिछले कुछ दिनों बीमार थे। उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, लेकिन आज उन्हें हार्ट अटैक आया। इसके बाद उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया। अरविंद त्रिवेदी का अंतिम संस्कार बुधवार सुबह किया जाएगा।
कई बार उड़ी थीं निधन की अफवाहें
बता दें कि अरविंद त्रिवेदी के निधन की अफवाहें कई बार उड़ीं। साल 2019 में मई के महीने में अरविंद त्रिवेदी के निधन की अफवाह आग की तरह फैल गई थी। तब उनके भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने ट्विटर पर उसका खंडन किया था और फेक न्यूज न फैलाने की अपील की थी।
वहीं बीते साल एक बार फिर जब अरविंद त्रिवेदी के निधन की अफवाह फैली तो ‘रामायण’ में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी (Sunil Lahri) ने उन अफवाहों का खंडन किया था। उनके साथ-साथ परिवार के लोगों ने भी अफवाह फैलाने वालों को करारा जवाब दिया था।
कई फिल्में और टीवी शोज में किया काम
मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले अरविंद त्रिवेदी ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘पराया धन’ से की थी। इसके बाद उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों के अलावा कई गुजराती फिल्मों में काम किया और अपनी पहचान कायम की। अरविंद त्रिवेदी ने करीब 300 फिल्मों में काम किया। उन्होंने ‘रामायण’ के अलावा टीवी शो ‘विक्रम और बेताल’ में भी अहम रोल प्ले किया था। गुजराती सिनेमा में अहम योगदान के लिए उन्हें कई अवॉर्ड मिले और गुजरात सरकार ने भी सम्मानित किया।
राजनीति में भी रखे कदम
ऐक्टिंग के अलावा अरविंद त्रिवेदी ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई थी। वह साल 1991 में गुजरात के साबरकांठा लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीतकर संसद पहुंचे। अरविंद त्रिवेदी ने एक बार अपने एक लेख में खुद लिखा था कि मुझे इसी भूमिका की वजह से लोकसभा का सदस्य बनने का मौका भी मिला और मेरे लोकसभा सदस्य बनने पर मेरे मित्र राजेश खन्ना ने बड़ी मजेदार टिप्पणी की थी कि भारतीय जनता पार्टी ने राम के नाम पर चुनाव लड़ा और रावण को लोकसभा का टिकट दिया।