कोरोना नाम की महामारी के बाद देश की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से प्रभावित हुई है और अनुमान लगाया जा रहा है की साल 2020 में देश को लगभग 18 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है।
इसी बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस महामारी के कारण आया असर धीरे-धीरे कम होगा।
उद्योग संगठन फिक्की के एक कार्यक्रम को संबोधित करते उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार अभी पूरी गति में नहीं पहुचा है, यह धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा और उन्होंने निजी क्षेत्र को आगे बढ़कर अर्थव्यवस्था में सुधार की गति बढ़ाने में योगदान करने को कहा।
आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा कि आरबीआई ने लगातार बड़े पैमाने पर लिक्विडिटी इन्फ्यूजन किया है और इसने सरकार द्वारा कम दर पर और गैर-विघटनकारी तरीके से बड़ी उधारी पाने को सुनिश्चित किया है. इसके अलावा लिक्विडिटी इन्फ्यूजन ने अन्य क्षेत्रों में भी अच्छा काम किया है।
दास ने कहा कि आरबीआई की ओर से लगातार बड़ी मात्रा में नकदी की उपलब्धता कराये जाने से सरकार के लिए कम दर पर और बिना किसी परेशानी के बड़े पैमाने पर उधारी सुनिश्चित हो पाई है।