फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने बुधवार को सितंबर तिमाही के नतीजे पेश किए. वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में कंपनी को 320.56 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. बीते साल इसी तिमाही में कंपनी को 21.78 करोड़ रुपये मुनाफा हुआ था.
बीएसई को दी गई जानकारी में फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने कहा कि दूसरी तिमाही में उसका रेवेन्यू घटकर 237.88 करोड़ रुपये रहा. यह बीते वित्त वर्ष इसी तिमाही में 1,699.84 करोड़ रुपये था.
फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने कहा, “कोरोना वायरस की महामारी और इस वजह से पूरे देश में लगे लॉकडाउन का कंपनी के कारोबार पर काफी बुरा असर पड़ा. इसका असर 30 सितंबर 2020 तक के कंपनी के नतीजों पर नजर आता है.” फ्यूचर एंटरप्राइजेज फ्यूचर ग्रुप के रिटेल इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस का मालिकाना हक और लीज रखती है. कंपनी फ्यूचर ग्रुप के रिटेल कारोबार के पर्दे के पीछे का काम देखती है. कंपनी ने फ्यूचर ग्रुप की कई सहयोगी कंपनियों में हिस्सेदारी खरीद रखी है, जिसमें बीमा, टेक्सटाइल, सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स इकाइयां शामिल हैं.
इस साल 29 अगस्त को फ्यूचर ग्रुप ने अपने रिटेल और थोक कारोबार को रिलायंस रिटेल को 24,713 करोड़ रुपये में बेच दिया था. इसके बाद ग्रुप ने फ्यूचर रिटेल, फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन, फ्यूचर कंज्यूमर, फ्यूचर सप्लाइ चेन और फ्यूचर मार्केट नेटवर्क का विलय फ्यूचर एंटरप्राइजेज में करने की घोषणा की थी.
फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी ने कहा कि घरेलू रिटेलदिग्गज को इस साल की शुरुआती नौ महीनों में 7,000 का रेवेन्यू में नुकसान हुआ था. कोरोना वायरस की वजह से कंपनी के कई स्टोर्स बंद हो गए थे. इस वजह से उन्होंने अपना कारोबार रिलायंस बेचा.
बुधवार को कंपनी के शेयर 1.75 फीसदी की तेजी के साथ 11.58 रुपये के भाव पर बंद हुए. इस साल मार्च के बाद से कंपनी के शेयरों का भाव आधे से भी कम रह गया है.