देश के लिए आर्थिक मोर्चे पर बुरी खबर है। दरअसल कोरोना के कारण पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है और भारत भी इससे अछूता नहीं रहने वाला है। इसका सबसे बड़ा असर भारत के बैंकों पर पड़ने वाला है।
भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट में इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि ग्रॉस एनपीए पिछले वित्त वर्ष के 8 फीसदी के मुकाबले इस साल 12 फीसदी के ऊपर जा सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर माहौल और बिगड़ जाता है तो यह बढ़कर 14 फीसदी के ऊपर भी जा सकता है।
बता दे, लोग के भुगतान में मोहलत से कंपनियों को कुछ राहत मिली है लेकिन अगस्त में इस मोहलत के खत्म होने के बाद कई बैंकों के लोन एनपीए में बदल सकते हैं।