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अपर मुख्य सचिव समेत आला अधिकारियों ने किया दारुल उलूम का भ्रमण, पढ़ें

त्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने आज दारुल उलूम देवबंद का दौरा करते हुए कहा कि यहां के स्थापत्य और सभ्य वातावरण समरकंद और बुखारा की याद दिलाते हैं। दुबे ने दारुल उलूम देवबंद को उर्दू काव्य शैली, भारतीय सभ्यता और संस्कृति एवं इस्लामी अध्ययन के स्कूल का एक आदर्श केंद्र बताया।

By RNI Hindi Desk 
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रिपोर्ट:तस्लीम कुरैशी

सहारनपुर:  उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने आज दारुल उलूम देवबंद का दौरा करते हुए कहा कि यहां के स्थापत्य और सभ्य वातावरण समरकंद और बुखारा की याद दिलाते हैं। दुबे ने दारुल उलूम देवबंद को उर्दू काव्य शैली, भारतीय सभ्यता और संस्कृति एवं इस्लामी अध्ययन के स्कूल का एक आदर्श केंद्र बताया।

उन्होंने दारुल उलूम देवबंद के नाज़िम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी और दूसरे जिम्मेदार से मुलाक़ात की और दारुल उलूम देवबंद की सेवाओं की प्रशंसा की। अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे एवं सहारनपुर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने दारुल उलूम देवबंद के ऐतिहासिक पुस्तकालय में बहुमूल्य एवं दुर्लभ पुस्तकों का अवलोकन करते हुए कहा कि दुर्लभ पुस्तकों का यह संग्रह देश एवं राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है एवं इसकी सुरक्षा करता है।

मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने इस अवसर पर अधिकारियों के समक्ष दारुल उलूम देवबंद के इतिहास पर प्रकाश डाला और कहा कि इस संस्था की स्थापना 1866 में हुई थी जिसने देश की आज़ादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आज़ादी के बाद से यह संस्था देश के निर्माण और विकास में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

उन्होंने कहा कि यह विशुद्ध रूप से धार्मिक शिक्षण संस्थान है जिसने हमेशा शांति और भाईचारे का संदेश दिया है। इस बीच, अतिरिक्त मुख्य सचिव रजनीश कुमार दुबे ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने दारुल उलूम देवबंद के बारे में बहुत कुछ सुना और पढ़ा है। मैं कई दिनों से यहां आना चाहता था और मुझे यहां आकर सुखद माहौल में विद्वानों से चर्चा करने का मौक़ा मिला, साथ ही संस्था के ऐतिहासिक पुस्तकालय को देखकर खुशी हुई, जिसमें दुर्लभ और ऐतिहासिक पुस्तकें मौजूद हैं। अधिकारियों ने पुस्तकालय आदि के साथ दारुल उलूम देवबंद की प्रसिद्ध मस्जिद-ए-रशीद के अलावा संस्था के प्राचीन एवं ऐतिहासिक भवनों का भी निरीक्षण किया।

 

ज़िला मजिस्ट्रेट अखिलेश सिंह ने कहा कि यह औपचारिक दौरा है। उन्होंने कोविड के लिए जारी दिशानिर्देशों की पालना का आह्वान करते हुए मास्क के निरंतर उपयोग और दोहरे टीकाकरण का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा, हम सभी को मिलकर कोरोना से लड़ना है, हम सभी को सहयोग की ज़रूरत है और हमें हर हाल में टीकाकरण और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना है।

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