नई दिल्ली : 13 अप्रैल की रात साढ़े 8.30 बजे महाराष्ट्र के सीएम उद्ध ठाकरे ने 14 अप्रैल रात 8.00 बजे से लॉकडाउन जैसा कर्फ्यू यानी की ब्रेक द चैन को लागू किया। जिससे महाराष्ट्र में तेजी से पैर फैला रहे कोरोना नामक महामारी को नियंत्रित किया जा सकें। आपको बता दें कि इस महामारी को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने कई तरह के पाबंदियों को भी लागू किया। लेकिन अहले ही दिन यानी 14 अप्रैल की रात उन सभी नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आई जिसे उद्धव सरकार ने लागू किया था।
आपको बता दें कि सरकार के इस ‘ब्रेक द चेन’ अभियान का कुछ खास असर लोगों पर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। पाबंदी के बावजूद लोग अभी भी अपनी मनमानी करते दिख रहे हैं। बता दें कि बुधवार रात आठ बजे से महाराष्ट्र में ‘लॉकडाउन जैसी’ पाबंदियां लागू हो गईं फिर भी साढ़े आठ बजे करीब अंधेरी स्टेशन के बाहर भारी भीड़ देखने को मिली। लोग अपनी सुरक्षा को लेकर बेफिक्र रहे और प्रशासन बेपरवाह रहा।
वहीं राज्य में हर दिन 50 हजार से ज्यादा संक्रमण के नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 58,952 नए मामले सामने आए, जबकि 278 और संक्रमितों की मौत हो जाने से कुल मृतक संख्या बढ़ कर 58,804 पहुंच गई।
बता दें कि महाराष्ट्र में 11 अप्रैल को संक्रमण के 63,294 मामले सामने आए थे, जो सबसे ज्यादा संख्या है। इन नए मामलों के साथ ही राज्य में अब तक कुल 35 लाख, 78 हजार, 160 लोग संक्रमित हुए हैं, जिनमें 29 लाख, 05 हजार, 721 मरीजों को ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। आपको बता दें कि राज्य में अभी 6,12,070 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।
वहीं मुंबई में कल संक्रमण के 9,931 नए मामले सामने आये हैं, जबकि कुल मृतक संख्या बढ़ कर 12,147 पहुंच गई। आपको बता दें कि राज्य में अब तक कुल 2,28,02,200 नमूनों की जांच की गई है। बता दें कि कोरोना से उबरने की दर महाराष्ट्र में 81.21 है, जबकि इससे होने वाली मृत्यु दर 1.64 फीसदी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार पहले ही कोरोना महामारी से लड़ने को लॉकडाउन की बात कह चुकी है, लेकिन जिस तरह लोग सीएम उद्धव ठाकरे के ब्रेक द चैन नियम को लागू करने के बाद भी इसका उल्लंघन कर रहे है, उससे लोगों का ऐसा मानना है कि महाराष्ट्र सरकार हो सकें तो 30 अप्रैल के बाद संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर सकती है।