रिपोर्ट: सत्यम दुबे
जमशेदपुर: चक्रवात ताउ-ते ने जिस तरीके से पश्चिमी प्रदेशों में तबाही मचाई थी, ठीक उसी प्रकार यास ने भी पूर्वी इलाकों में अपना कहर बरपाया है। ताउ-ते की तबाही का मंजर देखने के बाद सरकार चक्रवात यास के आने से पहले ही सभी तैयारी कर ली थी। इसी का परिणाम है कि इस चक्रवात से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। यास का असर ओडिशा और बंगाल दिखने में लगा है। जिस तरह से यहां भीषण तूफान तांडव मचा रहा उससे हाजारों पेड़ और कई कच्चे मकानों को तहस-नहस करके रख दिया है।
लगभग 140 किमी प्रति घंटे से तेज हावाओं के साथ भारी बारिश भी हुई। एक तरफ यास के निपटने के लिए NDRF और SDRFकी टीमें तैनात थी। तो वहीं दूसरी तरफ झारखंड में जमशेदपुर की स्नेक टीम ने भी बारिश के बाहर आये सांपो का रेस्क्यू किया। चक्रवात यास के कहर से तेज तूफान और फिर बाढ़ से सांपों निकलने शुरु हो गये। आपको बता दें कि बाढ़ में सांपो का निकलना आम बात है। लेकिन इन सांपों को इंसान से बचाना और इंसान को सांपों से बचने का काम यह टीम कर रही है। रेस्क्यू टीम की सदस्य रजनी लाहल ने एक दिन में ही दो-दो सांपों को पकड़ा और शुक्रवार को सांपों को पकड़ कर जंगलों में छोड़ दिया है।
स्नेक कैचर टीम ने बताया कि बाढ़ का पानी सांपों के बिल में घुसता है, तब वो जान बचाने के लिये बाहर आते हैं। स्नैक सेवर छोटू की मानें तो उन्होने बताया कि हमको बगबेड़ा थाने से फ़ोन आया था कि बाढ़ के पानी के कारण एक बड़ा अजगर सांप दिखा है। हमने रात को ही इसको रेस्कयू किया और अभी सुबह डिमना के जंगलों में लाकर छोड़ा है जिसकी लंबाई करीबन 6 फ़ीट है। एक करैत सांप भी पकड़ा है जो सबसे जहरीला होता है, उसको भी आज छोड़ा है।
वहीं महिला स्नैक कैचर रजनी की मानें तो उन्होने बताया कि हमने साल 2019 से सांपों को पकड़ना शुरू किया है और अब तक करीबन 100 से अधिक सांपों को पकड़ कर जंगलो में छोड़ा है। रजनी ने आगे बताया कि टीम में कुल 8 लोग हैं, उनमें से हम ही एक महिला हैं। बचपन से ही हमको सांप पकड़ने का शौक था। हमको डर नहीं लगता है। जहां से भी सांप निकलने की खबर आती है, हम निकल पड़ते हैं और सांप को बचा कर जंगल में छोड़ आते हैं।
रजनी ने आगे बताया कि हमारे घर में हमारे सिवा एक बेटी है और पति हैं। बेटी जॉब करती है और पति टीवी बनाते हैं। गुरुवार को साइक्लोन के बाद जमशेदपुर शहर के निचले इलाकों में पानी भर आया तो सांपों का बिल से निकलना शुरू हो गया है।
उन्होने बताया हमको सूचना मिली कि मानगो के एक घर में दो धामिन सांप जिसकी लंबाई करीबन 8 फ़ीट है, निकला है। हमने तुरंत वहां जाना जरूरी समझा। वहां जाकर देखा तो लोग सांप मारना चाहते थे। हमने उन लोगों से सांप को बचाया और उसे पकड़कर आज जंगल में छोड़ रहे हैं। सांपों को पकड़ना काफी अच्छा लगता है।