रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: कोरोना के बचाव का केलव एक ही उपाय वैक्सीन, सरकार देश में तेजी से टीकाकरण करवा रही है। सरकार के टीकाकरण अभियान में प्रशासनिक अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी को निभाने से पीछे नहीं हट रहें हैं। आजॊ हम आपको एक ऐसे प्रशासनिक अधिकारी के बारे में बतायेंगे, जिसे जानकर आप भी उस अधिकारी की तारीफ करने से रह नहीं पायेंगे।
हम बात कर रहे हैं बंगाल के अलीपुरद्वारा जिले के जिलाधिकारी सुरेंद्र कुमार मीणा की। जिलाधिकारी सुरेंद्र कुमार मीणा इन दिनों काफी चर्चा में हैं, उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। IAS सुरेंद्र मीणा गांव वालों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए पहाड़ के उबड़-खाबड़ रास्ते से जाते नजर आ रहे हैं। सुरेंद्र मीणा अपने साथ मेडिकल टीम को भी लेकर गए, ताकि गांव वालों को उनके घर जाकर वैक्सीन लगाई जा सके।
एक समाचार चैनल से बात करते उन्होने बताया कि वो अपनी टीम के 11 किलोमीटर की दूरी तय कर अदमा गांव पहुंचे। ये गांव भारत-भूटान सीमा के पास बक्सा हिल्स पर स्थित है। ये गांव उनका आखिरी पड़ाव था। उन्होने आगे बताया कि “लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए हम अदमा गए, जो जिले का सबसे दूर का गांव है। हम आसपास के पोखरी, तोरीबारी, शेगांव और फूलबाटी गांव से 16 से 18 किलोमीटर का रास्ता तय कर अदमा पहुंचे थे। हमारी टीम में जो हेल्थ वर्कर्स हैं, उन्होंने अपने साथ कोल्ड बॉक्स में वैक्सीन रखी हुई थी।”
आपको बता दें कि रास्ते में पड़ने वाले सभी गांवों में उन्होंने वैक्सीनेशन अभियान चलाया। उन्होने आगे बताया कि हमने गांव के लगभग सभी घरों तक पहुंचे और कोविड वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता फैलाई। हमने उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए न सिर्फ प्रोत्साहित किया, बल्कि वैक्सीन से जुड़ी गलतफहमियां भी दूर कीं। इसमें कोई शक नहीं है कि लोगों को राजी करना एक कठिन काम था, लेकिन आखिरकार हम सबको वैक्सीन लगाने में कामयाब हुए।”
जिलाधिकारी मीणा ने गांव में कोरोना और वैक्सीन को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया। इसके साथ ही उन्होने ग्रामीणों को मास्क और सैनिटाइजर भी बांटे।
जिलाधिकारी द्वारा चलाए गये इस अभियान का विडियो भारतीय वन अधिकारी (IFS) परवीन कासवान ने ट्विटर पर शेयर किया, जिसमें वो पहाड़ी रास्तों से गुजरते हुए दिखाई दे रहे हैं। उनके अलावा सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उनकी तारीफ कर रहे हैं।
वहीं ग्राम पंचायत के सदस्यों के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी पैदल चलकर इतने दूर गांव तक आने पर सुरेंद्र कुमार मीणा का आभार व्यक्त किया।