नेगरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ जमा मस्जिद पर हुए प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गुरुवार को कुछ शर्तों के साथ कोर्ट ने चंद्रशेखर को जमानत पर रिहा कर दिया। रिहा होते ही आज वो जामा मस्जिद में हो रहे प्रदर्शन में शामिल हुए।
प्रदर्शन में पहुंचे चंद्रशेखर ने कहा कि कोर्ट की सभी शर्तों को मानेंगे और आज शाम तक दिल्ली से वापस लौट जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया के सामने भारतीय संविधान की कॉपी दिखाई और कहा कि वह आज शाम ही सहारनपुर लौट रहे हैं।
आजाद पर जामा मस्जिद इलाके में सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान भीड़ को उकसाने का आरोप है। इसके साथ ही यह भी आरोप है कि उन्होंने बिना इजाजत मार्च निकाला। आजाद को कुछ शर्तों के साथ जमानत मिली है। कोर्ट ने उन्हें 16 जनवरी तक दिल्ली में किसी तरह का प्रदर्शन न करने के आदाश दिए हैं। इसके साथ ही जज ने 25 हजार रुपए का जमानत बॉन्ड भी पेश करने को कहा है। कोर्ट ने कहा है कि सहारनपुर जाने से पहले आजाद जामा मस्जिद समेत दिल्ली में कही भी जाना चाहते हैं तो पुलिस उनके साथ रहेगी।
गौरतलब हो कि, चंद्रशेखर की जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने पुलिस की दलीलों पर सख्त रुख अपनाते हुए पूछा था कि, जामा मस्जिद के सामने शांतिपूर्वक प्रदर्शन होने देने में उन्हें दिक्कत क्या थी? इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि, आप ऐसे बर्ताव कर रहे हैं जैसे जामा मस्जिद पाकिस्तान में हो। इसके आगे कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि, कौन से कानून में लिखा है कि धार्मिक स्थान के बाहर प्रदर्शन नहीं किया जा सकता? लोग शांति से कहीं भी प्रदर्शन कर सकते हैं। जामा मस्जिद पाकिस्तान में नहीं है जो वहां प्रदर्शन नहीं करने दिया जाए।