आंध्र प्रदेश में तीन राजधानी बनाने को लेकर बवाल शुरू हो गया है। सोमवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा ने देर रात तीन राजधानी बनाने की योजना को आकार देने वाले विधेयक को मंजूरी दे दी है। नए विधेयक के तहत अमरावती प्रदेश की विधायी राजधानी होगी, जबकि विशाखापत्तनम को कार्यकारी और कुर्नूल को न्यायिक राजधानी बनाया जाएगा। विधेयक के विधानसभा में पास होने के साथ ही सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। इस दौरान टीडीपी के 17 विधायक को निलंबित कर दिया गया है जबकि पुलिस औऱ प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है जिसमें कई घायल हैं।
दरअसल वाई एस जगन मोहन रेड्डी सरकार ने सोमवार को विधानसभा में तीन राजधानी वाले प्रस्ताव को पेश किया था जिसे मंजूरी मिल गई है। इस प्रस्ताव के साथ ही आंध्र प्रदेश के लिए तीन राजधानी विशाखापट्टनम, अमरावती और कुर्नूल को बनाया गया है।
नए प्रस्ताव के अनुसार, मुख्यमंत्री का कार्यालय राजभवन और सचिवालय समेत कई सरकारी ऑफिस अब विशाखापट्टनम में शिफ्ट होंगे। जबकि हाईकोर्ट कुर्नूल में शिफ्ट किया जाएगा। वहीं आंध्र प्रदेश विधानसभा अमरावती में रहेगी। इसके पीछे सरकार का तर्क ये है कि वह प्रदेश को तीन क्षेत्रों उत्तरी तट, दक्षिणी तट और रायलसीमा का समान विकास चाहती है।
सरकार के नए प्रस्ताव का राज्य का मुख्य विपक्षी दल टीडीपी विरोध कर रही है। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर जाति को ध्यान में रखकर राजधानी के चुनाव का आरोप लगा रही है। अमरावती में नायडू समुदाय की आबादी सबसे अधिक है, तो विजयवाड़ा और गुंटूर में रेड्डी समुदाय की बहुलता है।
आपको बता दें कि पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने अमरावती को प्रदेश की नई राजधानी बनाना चाहती थी औऱ इसके लिए 33 हजार करोड़ रूपये की लागत की राशि भी मंजूर हो गई थी।
विधानसभा में पास होने के बाद सरकार को नए विधेयक को विधान परिषद में पेश किया जाएगा। लेकिन वाईएसआऱ के पास विधान परिषद में बहुमत नहीं है। उच्च सदन में उसके केवल 9 सदस्य है।