सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को ही मकर संक्रांति बोला जाता है और इस दिन देवताओ का दिन शुरू होता है, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत युद्ध में गंगा पुत्र भीष्म पितामह ने इसी दिन अपने प्राणों का त्याग किया था और यही कारण है की इस दिन का धार्मिक महत्व है और इस साल 15 जनवरी को यह पर्व मनाया जायेगा तो आइये जानते है की 12 राशियों पर इसका क्या असर रहने वाला है।
इस राशि के जातकों के लिये सूर्य का गोचर दशम भाव से हो रहा है जिसके कारण धन लाभ, कार्य स्थल पर सहयोग और पद प्राप्ति के योग दिखाई दे रहे है।
वृष राशि के जातकों के लिये यह गोचर भाग्य स्थान से हो रहा है, इस गोचर के फलस्वरूप आपको भाग्य का साथ मिलेगा वही धार्मिक यात्रा का भी आयोजन हो सकता है।
इस राशि के जातकों के लिये यह गोचर अष्टम स्थान से हो रहा है और इसके फलस्वरूप ससुराल से सहयोग और धन प्राप्ति होगी।
कर्क राशि के जातकों के लिये यह गोचर सप्तम स्थान से हो रहा है, जिसके प्रभाव से जीवन साथी से छोटी मोटी तकरार वही साझेदार के साथ विवाद होने की आशंका है।
इस राशि के जातकों के लिये यह गोचर छटे स्थान से हो रहा है जिसके कारण शत्रुओ पर विजय वही किसी पुराने रोग से निदान मिल सकता है।
कन्या राशि के लोगों के लिये यह गोचर पंचम स्थान से हो रहा है जिसके कारण संतान पक्ष से शुभ समाचार मिलने की उम्मीद है वही धन निवेश से मुनाफा होगा।
इस राशि के लोगो के लिये यह गोचर चौथे स्थान से हो रहा है जिसके फलस्वरूप आपके घर में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है वही माता को स्वास्थ्य लाभ होगा।
इस राशि के जातकों के लिये यह गोचर तीसरे भाव से हो रहा है जिसके कारण आपको अपने भाइयों का सहयोग मिलेगा वही यात्राओं से लाभ दिखाई दे रहा है।
धनु राशि के जातको के लिये यह गोचर दूसरे भाव से हो रहा है जिसके कारण आपको अपनी वाणी का प्रयोग थोड़ा सोच समझकर करना होगा वही धन प्राप्ति के योग दिखाई दे रहे है।
इस राशि के जातकों के लिये यह गोचर लग्न से ही हो रहा है जिसके कारण आत्म सम्मान बढ़ा हुआ रहेगा वही यश और कीर्ति की प्राप्ति होगी।
कुम्भ राशि के जातकों के लिये यह गोचर बारहवें स्थान में हो रहा है जिसके कारण आपको यात्राओं में सावधानी बरतनी होगी वही अपनी सेहत का भी ध्यान रखना होगा।
इस राशि के जातकों के लिये गोचर ग्यारहवें भाव से हो रहा है जिसके कारण आपका सम्मान बढ़ेगा वही बड़े भाइयो से सहयोग प्राप्त होगा।