हिंदू धर्म में हर पशु पक्षी का किसी ना किसी देवता से संबंध होता है। इसका कारण यह है कि हिन्दू धर्म हर प्राणी में ईश्वर का भाव रखता है। इस धर्म में जीव हिंसा वर्जित है।
यही कारण है कि यहां पशुओं की सेवा करने तक से मनुष्य के कष्ट दूर हो जाते है। गौ माता के बारे में कहा गया है कि जो इनकी सेवा करता है वो एक तरह से सभी तीर्थों का पुण्य प्राप्त कर लेता है।
द्वापर में जब भगवान विष्णु ने कृष्ण के रूप में अवतार लिया तो उन्होंने खुद गाय को अपने साथ सम्मान दिया। बचपन में तो वो गाय चराने जाते थे और वन में उनकी देखभाल करते थे।
भगवान श्रीकृष्ण ने गोमाता की सेवा कर उसे संसार में पूज्य बना दिया। मुहूर्त शास्त्र में माना जाता है कि गाय की सेवा करने के बाद शुरू किया गया काम सफल होता है।
वास्तुदोष अपने आप खत्म हो जाएगा अगर आपके घर में गौ है या उसकी सेवा होती है। गोधूलि का समय विवाह के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।