



बदायूं गैंगरेप-हत्या : मुख्यमंत्री योगी ने एडीजी से मांगी रिपोर्ट
बदायूं गैंगरेप-हत्या मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है और इस संबंध में एडीजी से रिपोर्ट मांगी है। उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए गए हैं कि अगर एसटीएफ को भी लगाना पड़े तो उन्हें लगाकर जल्द घटना की जांच की जाए और त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
बता दें, बीते रविवार को बदायूं में मंदिर पूजा करने गई महिला से तीन लोगों ने गैंगरेप किया गया, इसके बाद बर्बर तरीके से उसकी हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस ने उसपर 50 हजार रुपए का इनाम रखा है।
घटना 3 जनवरी की है। उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव में 50 वर्षीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मंदिर पर रोज की तरह की तरह पूजा करने के लिए गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। स्थानीय लोगों ने बताया कि रात करीब 12 बजे एक कार सवार और दो शख्स महिला को लहूलुहान हालात में फेंककर फरार हो गए।
परिजनों ने घटना की जानकारी उघैती थाना पुलिस को दी और गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप लगाया। परिजनों का आरोप है कि उघैती के थानेदार रावेंद्र प्रताप सिंह ने उनकी फरियाद सुनना तो दूर घटनास्थल का मौका मुआयना तक नहीं किया। यही नहीं, 18 घंटे बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे। काफी खून भी निकल गया था। रिपोर्ट में कोई लोहे की रॉड जैसी चीज गुप्तांग में डालने की बात भी सामने आई।
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। एसएसपी संकल्प शर्मा ने लापरवाह थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप को निलंबित कर दिया है। पुलिस फरार मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी है। एसएसपी का कहना है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।