1. हिन्दी समाचार
  2. विचार पेज
  3. एक बुरे इंसान का साथ आपके अच्छे कामों को भी बिगाड़ सकता है – समझिए कैसे

एक बुरे इंसान का साथ आपके अच्छे कामों को भी बिगाड़ सकता है – समझिए कैसे

By RNI Hindi Desk 
Updated Date

जीवन में कई बार हमारे साथ ऐसा होता है की हम अच्छा करने की सोच रहे होते है और एक इंसान आकर हमारे सारे अच्छे को बुरे में बदल देता है ,रामायण का एक ऐसा प्रसंग है जिससे हम ये सीख सकते है की हमे कैसे लोगों का संग करना है।

आपको ज्ञात है कि जब राजा दशरथ ने सभा में आइना मंगवाकर अपने सफेद बालों को देखा तो उन्होंने निर्णय किया की अब राम को राजा बनाने का समय आ गया है। उन्होंने सबसे सलाह ली और सबने एकमत से कहा की राम को राजा बना दिया जाए क्यूंकि प्रजा भी उन्हें प्रेम करती है।

इसके बाद प्रंसग आता है कैकयी का, दरअसल मंथरा उनकी दासी थी और राम को राजा बनते हुए देखना उसे पसंद नहीं था। तब उसने अपनी कुत्सित सोच कैकयी पर थोपना शुरू की। अपनी दासी की बात से वो शुरु में सहमत नहीं थी लेकिन जब दिमाग में जहर घुलने लगा तो उसे भी यही लगा की राजा अगर राम बन गया तो भरत को हानि हो सकती है।

इसी कारण कैकयी ने अपने तीन वर का इस्तेमाल करते हुए राम के लिए वनवास मांग लिया और भरत के लिए राज्य। पुत्र वियोग में उनके पति की ना सिर्फ मृत्यु हुई बल्कि भरत ने भी उन्हें खरी खोटी सुनाई। भरत ने तो चौदह साल एक कुटिया ने रहकर और चरण पादुका को सिंहासन पर रखकर कार्य किया।

देखा जाए तो इस पुरे प्रकरण से कैकयी को दुःख ही मिला। पति स्वर्गवासी हुए और तीन बेटे कुटिया में चौदह साल रहे। इस पुरे प्रसंग के मध्य में मंथरा है जिसका काम ही अच्छे काम को बिगाड़ना है।

हमारे जीवन में भी आस पास कई मंथरा है जो जीवन में जहर घोल रहे है और लोगों के बने बनाये काम बिगाड़ रहे है। इसलिए हमे ऐसी मन्थराओं से बचकर रहना है और अपने शुभ कार्य में विघ्न नहीं आने देना है।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...