गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के पूर्णिया जिले के बनमनखी में आयोजित एक विशाल चुनावी रैली में महागठबंधन पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने सीमांचल क्षेत्र में हो रही घुसपैठ को लेकर गंभीर चिंता जताई और कहा कि एनडीए की सरकार बनते ही सीमांचल को घुसपैठियों से मुक्त कराया जाएगा।अमित शाह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सीमांचल को घुसपैठियों का अड्डा बनाना चाहते हैं, जिससे स्थानीय लोगों के अधिकारों और संसाधनों पर खतरा मंडरा रहा है।
अमित शाह ने कहा कि घुसपैठियों के कारण सीमांचल के लोगों का रोजगार, जमीन और सुरक्षा प्रभावित हो रही है। उन्होंने सभा में जनता से पूछा, “क्या घुसपैठियों को मतदाता सूची और जमीन से बाहर नहीं किया जाना चाहिए?” इस पर भीड़ ने जोरदार समर्थन में हाथ उठाए। गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा और एनडीए केवल घुसपैठ रोकने तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि अवैध जमीन कब्जा और अपराध जैसी गतिविधियों पर भी सख्त कार्रवाई करेंगे।
अमित शाह ने दावा किया कि इस बार बिहार की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है और एनडीए 160 से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान में ही आधे बिहार ने महागठबंधन को नकार दिया है।अमित शाह ने लालू परिवार, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार अब “जंगलराज” नहीं, बल्कि “सुशासन राज” चाहता है।
उन्होंने शहाबुद्दीन जैसे अपराधियों का नाम लेकर कहा कि बिहार की धरती पर अब ऐसे तत्वों की कोई जगह नहीं होगी। शाह ने लोगों से एनडीए को भारी बहुमत देने की अपील की ताकि राज्य में विकास और सुरक्षा दोनों को मजबूत आधार मिल सके।
बनमनखी की यह रैली राजनीतिक रूप से बेहद अहम मानी जा रही है। रैली में भारी भीड़ उमड़ी और अमित शाह के भाषण पर जनता ने जोशपूर्ण प्रतिक्रिया दी। चुनावी माहौल में उनके बयानों ने सीमांचल की राजनीति को और गरमा दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि जनता इन दावों और वादों को कितना समर्थन देती है।