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5 बार वर्ल्ड चैम्पियन: पिता ने कर्ज लिया था ताकि बेटी टेनिस खेल सके

By RNI Hindi Desk 
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टेनिस में पांच बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन मारिया शारापोवा ने संन्यास का एलान कर दिया है, मारिया 17 साल की उम्र में उस वक्त पूरी दुनिया में स्टार बन गई थीं, जब उन्होंने 2004 में विम्बल्डन चैंपियनशिप में दुनिया की नंबर-1 खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को हराकर चैंपियनशिप अपने नाम कर ली थी।

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लेकिन उनके लिए यह सफर इतना आसान नहीं था, आज आपको बताते है उनके जीवन से जुड़े कुछ ऐसे पहलु जिन्हे पढ़कर आप उनको और करीब से जान पाएंगे। दरअसल 19 अप्रैल 1987 को जन्मी मारिया के पिता उनके जन्म के कुछ साल बाद ही रूस छोड़कर फ्लोरिडा आ गए थे।

मारिया ने सिर्फ 4 साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू कर दिया था और वो स्थानीय पार्क में अपने पिता के साथ टेनिस खेलती थी। साल 1993 में मॉस्को में उन्होंने स्टार खिलाडी मार्टिना नवरातिलोवा के एक कैंप में हिस्सा लिया और उन्होंने मारिया से अनुरोध किया कि वो फ्लोरिडा आकर पेशेवर तरीक़े से ट्रेनिंग ले।

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उस वक़्त तक मारिया के परिवार में किसी को इंग्लिश बोलनी भी नहीं आती थी और आर्थिक तंगी भी थी लेकिन उनके पिता ने 700 डॉलर उधार लिए ताकि वो अपनी बेटी को अच्छे से ट्रेनिंग दिलवा सके, उनके पिता ने उस दौरान कम वेतन वाली नौकरियां भी की और 9 साल की उम्र में उनका IMG अकादमी में प्रवेश हो गया।

इसके बाद उनके जीतने का सिलसिला शुरू हुआ साल 2000 से जब सिर्फ 13 साल की उम्र में उन्होंने जूनियर टेनिस प्रतियोगिता जीत ली थी। 2002 से उन्होनें पेशेवर शुरुआत की और पहला WTA टूर्नामेंट खेला। इसके बाद मात्र 17 साल की उम्र में साल 2004 में पहला विम्बल्डन चैंपियनशिप का ख़िताब अपने नाम किया वही 2006 में यूएस ओपन जीतकर वो दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी बन गयी और 10 साल में उन्होंने 5 ग्रैंड स्लैम जीत डाले।

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इनमें 2006 में यूएस ओपन, 2008 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2012 और 2014 में फ्रेंच ओपन शामिल हैं। 2012 ओलंपिक में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था। 36 अन्य टूर सिंगल्स टाइटल, रूस में 2008 में हुआ फेड कप टाइटल भी उनके नाम दर्ज है।

पिछले साल ही उन्होंने कैरियर का 800वा एकल मैच खेला, पर्सनल लाइफ की बात करे तो मारिया को अपने परिवार के साथ रहना पसंद है वही दोस्त उनके बहुत कम है। ज्यादा दोस्ती करने में वो यकीन नहीं करती है। वही कुत्ते पालने का उन्हें बहुत शौक है। अगर देखा जाए तो मारिया शारापोवा का जीवन हर उस लड़की के लिए प्रेरणा है जो अपने जीवन में कुछ करना चाहती है।

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